धान की खरीद बंद करने के विरोध में मार्केट कमेटी सरदूलगढ़ का घेराव

वीरवार को मार्केट कमेटी दफ्तर का गेट बंद कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 08:34 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 08:34 PM (IST)
धान की खरीद बंद करने के विरोध में मार्केट कमेटी सरदूलगढ़ का घेराव
धान की खरीद बंद करने के विरोध में मार्केट कमेटी सरदूलगढ़ का घेराव

संसू सरदूलगढ़: धान की खरीद बंद किए जाने के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन एकता उगरांहा द्वारा गत बुधवार को सड़क जाम कर रोष प्रदर्शन किया गया था, लेकिन लोगों की परेशानी को देखते हुए जत्थेबंदी द्वारा वहां से धरना उठा मार्केट कमेटी समक्ष लगा दिया गया। वीरवार को मार्केट कमेटी दफ्तर का गेट बंद कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।

किसान नेता हरपाल सिंह, गुरतेज सिंह व जीत सिंह ने कहा कि जब तक खरीद केंद्रों में पड़ा धान सरकार द्वारा नहीं खरीदा जाता, तब तक तक रोष प्रगट किया जाएगा। गांव जटाणा कलां, कुसला व फत्ता मालकों के खरीद केंद्रों में काफी धान पड़ा है, लेकिन सरकार द्वारा इस की खरीद नहीं की जा रही, जिसके कारण किसानों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। धरने को गुरभिदर सिंह, रमन सिंह, बिदर सिंह व मिट्ठू सिंह द्वारा संबोधित किया गया। उधर, मार्केट कमेटी सचिव जगतार सिंह फगू ने कहा कि उक्त मामला मंडी अफसर मानसा के ध्यान में लाया गया है। टिकरी बार्डर पर मारे गए खेत मजदूर का शव एसडीएम दफ्तर के समक्ष रख लगाया धरना बीते दिनों टिकरी बार्डर पर गांव हाकमवाला के खेत मजदूर हरचरन सिंह की मौत हो गई। मृतक के परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर किसान जत्थेबंदियों ने मृतक के शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर एसडीएम दफ्तर के समक्ष शव रखकर धरना लगा दिया। पदर्शनकारियों से बातचीत करने पहुंचे कानूनगो जसपाल सिंह व पटवारी अमनदीप कुमार ने विश्वास दिलाया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचा दिया जाएगा, लेकिन किसानों ने उनकी बात नहीं मानी और धरना जारी रखा।

पंजाब किसान यूनियन के जिला प्रधान रामफल सिंह चक्कअलीशेर, जगबीर सिंह मान, मजदूर मुक्ति मोर्चा के जीत सिंह बोहा, सिमरजीत सिंह कुलरियां, मिड डे मिल वर्कर यूनियन के सुखविदर सिंह बोहा, मेडिकल प्रैक्टिशनर एसोसिएशन के ब्लाक प्रधान सुखपाल सिंह हाकमवाला, सरपंच पलविदर सिंह, दविदर सिंह, गुरतेज सिंह मान, कामरेड जगतार सिंह, बीकेयू एकता डकौंदा के गुरमेल सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार किसान मजदूर हितैशी होने का ड्रामा कर रही है, जबकि किसान संघर्ष में मरने वाले किसानों और मजदूरों के परिवारों को मुआवजा देने से भाग रही है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिवार को दस लाख रुपये व सरकारी नौकरी दी जाए। जब तक उनकी मांग को पूरा नही किया जाता तब तक संघर्ष जारी रखा जाएगा।

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