संसद पर रोष प्रदर्शन के लिए जत्था रवाना

रेलवे स्टेशन से संयुक्त किसान मोर्चा का जत्था 22 जुलाई को संसद की तरफ रोष प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली रवाना हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 10:02 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 10:02 PM (IST)
संसद पर रोष प्रदर्शन के लिए जत्था रवाना
संसद पर रोष प्रदर्शन के लिए जत्था रवाना

संसू, बुढलाडा: रेलवे स्टेशन से संयुक्त किसान मोर्चा का जत्था 22 जुलाई को संसद की तरफ रोष प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली रवाना हुआ। किसान नेता मलकीत सिंह, एडवोकेट स्वर्णजीत सिंह व रूप सिंह ढिल्लों ने कहा कि कृषि कानून रद करवाने के बाद ही संघर्ष खत्म होगा। यहां बारा सिंह, गुरजंट सिंह, सुखदेव सिंह, गुरदास सिंह, हरभजन सिंह, वेद प्रकाश ,जरनैल सिंह, आशा सिंह मौजूद थे। भाकियू की गांव स्तरीय कमेटी का गठन भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा की गांव कर्मगढ़ औतांवली में मीटिग आयोजत हुई। इस अवसर पर गांव स्तरीय इकाई का गठन किया गया, जिसमें नायब सिंह को प्रधान, दर्शन सिंह को खजांची, नछतर सिंह को सहायक खजांची, अंग्रेज सिंह को महासचिव, भंगा सिंह को सीनियर उपप्रधान, मेजर सिंह को प्रेस सचिव व अंग्रेज सिंह को सहायक सचिव चुनने के अलावा 15 सदस्य कमेटी का गठन किया गया। इस मीटिग में ब्लाक सचिव मक्खन सिंह व खजांची कुलवंत सिंह विशेष तौर पर शामिल हुए। उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्च द्वारा 22 जुलाई को संसद का घेराव किया जाएगा। बेलर यूनियन ने दी पराली जलाने की चेतावनी बेलर यूनियन की ओर से धान के सीजन में फसल की कटाई करने के बाद पराली बेचने का सही रेट न मिलने पर पराली जलाने की चेतावनी दी गई। इस संबंध में यूनियन की ओर से हाजीरत्न में मीटिग की गई।

नेताओं ने बताया कि धान की कटाई के बाद पराली की गांठें बनाकर उनको बेचा जाता है। इसके चलते प्रदूषण भी कम होता है। इस कारण पराली जलाने के मामले काफी कम हो गए थे। मगर अब उनको पूरा रेट नहीं मिल रहा, जिस कारण वह इस साल पराली जलाने को मजबूर होंगे। उन्होंने बताया कि पंजाब में बायोमास के प्लांट 2012 में शुरू हुए थे। उस समय डीजल का रेट 45 रुपये लीटर था। मगर उनको पराली के बदले में 145 रुपये प्रति क्विटल मिलते थे। अब 2021 में डीजल का रेट 90 रुपये हो गया है तो उनको पराली का रेट 125 रुपये प्रति क्विटल दिया जा रहा है। आज के समय डीजल व लेबर का रेट बहुत ज्यादा बढ़ गया है, जिस कारण वह पराली की गांठे बनाने में सक्षम नहीं हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस साल रेट नहीं बढ़ाए गए तो वह पराली जलाने को मजबूर होंगे। इस मौके पर जगसीर सरपंच, बलविदर सिंह, चरनजीत सिंह, शिवराज सिंह, लखविदर सिंह, कुलदीप सिंह आदि उपस्थित थे।

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