दिल्ली बार्डर से लौटे किसान का बीमारी से हुई मौत
पंजाब किसान यूनियन की इकाई कोटधरमू के खजांची गुरचरन सिंह का बीमारी के बाद निधन हो गया है।
संसू, मानसा : पंजाब किसान यूनियन की इकाई कोटधरमू के खजांची गुरचरन सिंह का बीमारी के बाद निधन हो गया है। गुरचरन सिंह कोटधरमू पहले दिन से ही दिल्ली के टिकरी बार्डर पर डटे हुए थे। वह दो तीन बार ही अपने घर लौटे थे व उसने करीब चार महीने किसानी संघर्ष में बिताए थे। किसानी संघर्ष से जुड़े गुरचरन सिंह हर धरने में बिना रुके लंगर की सेवा में डटा रहते थे। दिल्ली मोर्चे में दो तीन दिन लगातार बुखार रहने के चलते वह गांव लौट आया व चार पांच दिन लगातार बुखार रहने के बाद उनकी इलाज के लिए फरीदकोट ले जाते समय मौत हो गई। पंजाब किसान यूनियन के प्रदेश प्रेस सचिव एडवोकेट बलकरण सिंह बल्ली व ब्लाक झूनीर के प्रधान अमरीक सिंह कोटधरमू ने कहा कि गुरचरन सिंह की असामयिक मौत से जत्थेबंदी, किसान संघर्ष ओर परिवार को न पूरी होने वाली कमी पैदा हुई है। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि गुरचरन सिंह के परिवार को पंजाब सरकार की स्कीम मुताबिक मुआवजा दिया जाए व परिवार पर चढ़े कर्ज को माफ करने के साथ परिवार के एक मेंबर को सरकारी नौकरी दी जाए।
झील नंबर 3 से मिली अज्ञात युवक की लाश, पुलिस कर रही जांच
बठिडा की थर्मल झील नंबर तीन में एक युवक की लाश बरामद हुई है। जिसकी पहचान नहीं हो सकी है। थर्मल पुलिस की प्राथमिक कार्रवाई के बाद नौजवान सोसायटी ने लाश को मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया है। नौजवान सोसायटी के प्रधान सोनू माहेश्वरी ने बताया कि रविवार दोपहर के समय उनके हेल्पलाइन नंबर पर सूचना मिली कि झील नंबर 3 में एक व्यक्ति की लाश बह रही है। सूचना मिलते ही संस्था के वर्कर मौके पर पहुंचे और थर्मल पुलिस को सूचित किया। संस्था वर्करों ने पुलिस की मौजुदगी में लाश को झील से बाहर निकाला। मृतक के पास से ऐसी कोई चीज नहीं मिली जिससे उसकी पहचान हो सके। फिलहाल पुलिस की कार्रवाई के बाद लाश को संस्था ने अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है और मृतक की पहचान के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।