गांव ज्जल में भी गुलाबी सुंडी का हमला

गांव ज्जल में भी नरमे की फसल पर गुलाबी सुंडी का हमला होने के कारण दो दर्जन से अधिक किसानों ने खड़ी फसल को नष्ट कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 10:11 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 10:11 PM (IST)
गांव ज्जल में भी गुलाबी सुंडी का हमला
गांव ज्जल में भी गुलाबी सुंडी का हमला

संसू, रामां मंडी: गांव ज्जल में भी नरमे की फसल पर गुलाबी सुंडी का हमला होने के कारण दो दर्जन से अधिक किसानों ने खड़ी फसल को नष्ट कर दिया। पीड़ित किसान गुरपंथ सिंह, हरप्रीत सिंह, अंग्रेज सिंह, लखवीर सिंह, गुरतेज सिंह, राजविदर सिंह, बलवीर सिंह, गमदूर सिंह, निर्मल सिंह, मेजर सिंह, महिदर सिंह, जसविदर सिंह, बलविदर सिंह, बलराज सिंह, जगसीर सिंह, सुखबीर सिंह, गुरदीप सिंह ने बताया कि उन्होंने महंगे भाव का बीज खरीदकर नरमे की बिजाई की थी। मंहगे दाम की कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने के बाद भी फसल को गुलाबी सुंडी ने बर्बाद कर दिया। भाकियू सिद्धुपुरा के गांव की इकाई के प्रधान लखवीर सिंह के नेतृत्व में पीड़ित किसानों ने पंजाब सरकार व खेतीबाड़ी विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए पचास हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजे की मांग की। किसानों ने लगाए नरमे के नकली बीज सप्लाई करने के आरोप मालवा क्षेत्र में नरमे की फसल पर गुलाबी सुंडी का हमला लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को किसानों ने बठिडा में मुख्य खेतीबाड़ी दफ्तर के आगे किसान यूनियन यूनियन उगराहां के जिला नेता जगदेव सिंह जोगेवाला की अगुआई में धरना लगाया। किसान गुलाबी सुंडी के कारण बर्बाद हुई फसल भी साथ लेकर आए थे। किसानों ने दावा किया कि उनकी 80 से 90 फीसद फसल खराब हो गई है। साथ ही उन्होंने इस हमले कारण नकली बीज सप्लाई करने को बताया।

जगदेव सिंह ने बताया कि बठिडा व मानसा जिले में गुलाबी सुंडी का हमला हुआ है। जिस प्रकार साल 2015 में सफेद मक्खी ने नरमे की फसद को खराब किया था, उसी प्रकार अब गुलाबी सुंडी नरमे की फसल को खराब कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि खेतीबाड़ी विभाग अपनी नाकामी को छिपाने के लिए कम नुकसान बता रहा है। किसान नेता कुलवित सिंह ज्ञाना व कुलवंत शर्मा ने आरोप लगाया कि इस बार किसानों को नरमे का नकली बीज सप्लाई किया गया है, जिस कारण फसल पर हमला हुआ है। ऐसा सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कर रही है। किसानों ने कहा कि अगर फसल सही न हुई तो वह आने वाले दिनों में फसल को नष्ट करने के लिए मजबूर होंगे।

किसानें ने बताया कि बठिडा व मानसा के अब अन्य जिलों में भी नरमे की फसल पर हमला हो रहा है। किसान अब तक तीन से चार बार कीटनाशकों का छिड़काव कर चुके हैं, लेकिन इसका सुंडी पर कोई असर नहीं हुआ। किसान नेता अजयपाल सिंह, राम सिंह कोटगुरु, काला सिंह चट्ठेवाला, सिकंदर सिंह घूम्मण ने कहा कि आने वाले दिनों में संघर्ष को और तेज किया जाएगा।

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