कंप्यूटर अध्यापक उप जिला शिक्षा अफसर को मिले

कंप्यूटर अध्यापक यूनियन के जिला अध्यक्ष अमृत पाल गर्ग व महासचिव हरविदर सिंह की अगुआई में प्रतिनिधिमंडल जीएटूडीसी व उप जिला शिक्षा अफसर सेकेंडरी शिक्षा को मिला

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 09:39 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 09:39 PM (IST)
कंप्यूटर अध्यापक उप जिला शिक्षा अफसर को मिले
कंप्यूटर अध्यापक उप जिला शिक्षा अफसर को मिले

संसू, मानसा: कंप्यूटर अध्यापक यूनियन के जिला अध्यक्ष अमृत पाल गर्ग व महासचिव हरविदर सिंह की अगुआई में प्रतिनिधिमंडल जीएटूडीसी व उप जिला शिक्षा अफसर सेकेंडरी शिक्षा को मिला और उनको कंप्यूटर अध्यापकों की कोविड-19 अधीन लगाई ड्यूटियों से छूट देने या सुविधाएं लागू करने संबंधी मांग पत्र दिया गया। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर अध्यापक 2005 से शिक्षा विभाग अधीन बनी पिकटस सोसयटी में काम कर रहे हैं। 2010 में पंजाब सरकार ने राज्यपाल की मंजूरी के बाद नोटिफिकेशन जारी करके उनकी सेवाएं शिक्षा विभाग अधीन बनी सोसायटी के तहत एक जुलाई 2011 से रेगुलर कर दी थी और रेगुलर मुलाजिमों वाली सारी सुविधाएं लागू करने का कहा गया था। लेकिन बाद में अफसरशाही ने सोसायटी का बहाना लगाकर उनको मेडिकल रींमबरसमेंट, मरणोंपरांत परिवारिक सदस्य को नौकरी, आइआर, एसीपी, सीपीएफ आदि सुविधाओं से वंचित कर रखा है। अब तक विभिन्न कारणों से करीब 70 कंप्यूटर अध्यापकों की मौत हो चुकी है। अब पिछले एक साल से कोरोना काल में कंप्यूटर अध्यापकों की ड्यूटियां फ्रंट लाइन में डाटा एंट्री आपरेटर के तौर पर लगा रखी हैं। यह ड्यूटियां उनके ग्रेड अनुसार नहीं लगाई गई। जिससे उनके मान सम्मान को ठेस पहुंचती है जबकि लगभग सभी विभागों के पास इस काम के लिए नान टीचिग स्टाफ मौजूद है। उन्होंने मांग की कि कंप्यूटर अध्यापकों को फ्रंट लाइन वर्कर स्कीम के तहत 50 लाख का बीमा कवर दिया जाए और अगर किसी कंप्यूटर अध्यापक की मौत हो जाती है तो उसके पारिवारिक सदस्य को नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि उनकी मांगों को जल्द से जल्द माना जाए नहीं तो संघर्ष करेंगे।

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