मानसा की मंडियों में 72,531 एमटी गेहूं बिका

डीसी महिदरपाल ने बताया कि जिले की मंडियों में गेहूं की खरीद सुचारू तरीके से चल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 10:31 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 10:31 PM (IST)
मानसा की मंडियों में 72,531 एमटी गेहूं बिका
मानसा की मंडियों में 72,531 एमटी गेहूं बिका

संसू, मानसा: डीसी महिदरपाल ने बताया कि जिले की मंडियों में गेहूं की खरीद सुचारू तरीके से चल रही है। अब तक मानसा, बुढलाडा, बरेटा, भीखी, सरदूलगढ़ व बोहा की मंडियों में 2,33,476 मीट्रिक टन गेंहू की आवक हुई है। इसमें से 1,72,531 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने किसानों को अपील की कि वे सूखा गेहूं ही मंडियो में लेकर आएं। साथ ही किसी भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी ।

वहीं डीएफएससी मधू गोयल द्वारा सरदूलगढ़ व बुढलाडा मंडियों का दौरा कर खरीद प्रबंधों का जायजा लिया गया। उन्होंने किसानों से विचार-विमर्श करते हुए खरीद प्रबंधों के बारे में जानकारी हासिल की। जिला मंडी अफसर रजनीश गोयल ने बताया कि जिले की मंडियों में 52,216 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई, जिसमें से पनग्रेन ने 11,425, एफसीआइ ने 3201, मार्कफेड ने 6455, पनसप ने 7245 व वेयरहाउस द्वारा 7238 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। बैरिकेड तोड़ सरदूलगढ़ में गेहूं लेकर घुसे हरियाणा के किसान पंजाब-हरियाणा सीमा पर सरदूलगढ़ के पास उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब हरियाणा के कस्बा रोड़ी के किसान अपनी गेहूं की फसल लेकर पंजाब में दाखिल होने लगे। पंजाब पुलिस ने उनको रोकने के लिए बैरिकेड लगा दिए। विवाद का पता चलते ही संयुक्त किसान मोर्चा सिरसा जिले के प्रधान लखविंदर सिंह, सिकंदर सिंह, हरवंश सिंह रोड़ी, केवल सिंह, कुलवंत सिंह और हिंद किसान सभा के नेता सतपाल चोपड़ा मौके पर पहुंचे और वहीं पर धरना लगा दिया।

धरने की सूचना मिलते ही सरदूलगढ़ के तहसीलदार ओम प्रकाश जिंदल और डीएसपी अमरजीत सिंह पहुंचे और किसानों को समझाने की कोशिश की। हरियाणा के किसान पंजाब में अपनी फसल बेचने पर अड़े रहे। बात नहीं बनी तो किसान यूनियन के सदस्य बैरिकेड तोड़ सरदूलगढ़ की अनाज मंडी में गेहूं की फसल लेकर पहुंच गए। किसान नेता लखविंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सरदूलगढ़ मंडी के तीन साइड हरियाणा लगता है। हरियाणा के किसानों की आढ़त सरदूलगढ़ के आढ़तियों से है। इसलिए वे अपनी फसल को यहा पर लेकर आते हैं। पुलिस उनको जानबूझकर परेशान कर रही है।

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