पंजाब में NIA Notice के विराेध में गरमाई सियासत, लुधियाना में यूथ अकाली दल का डीसी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन
शिअद यूथ विंग के जिला प्रधान गुरदीप सिंह गोशा ने कहा कि इन नोटिसों को लेकर किसानों एवं अन्य संगठनों में रोष है। शिअद यूथ विंग के नेताओं ने अपनी मांगों को लेकर डीसी के सहायक कमिश्नर जनरल प्रीत इंद्र सिंह बैंस के मार्फत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजा।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाब में एनआइए के नाेटिस के विराेध में सियासत गरमा गई है। राजनीतिक दल इसका विराेध करने में जुट गए हैं। वीरवार काे शिरोमणि अकाली दल (शिअद) यूथ विंग ने लुधियाना मिनी सचिवालय स्थित डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के समक्ष धरना दिया। इसके साथ ही जालंधर में अकाली दल ने माेदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
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धरने में अकाली नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अकाली नेता कृषि सुधार कानूनाें के विरोध में पिछले 55 दिन से दिल्ली की सीमा पर शांतिपूर्ण आंदोलन चला रहे किसानों के समर्थन में विभिन्न तरह की सेवाएं निभाने वालों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से नोटिस भेजे जाने का विरोध कर रहे हैं। शिअद यूथ विंग के जिला प्रधान गुरदीप सिंह गोशा ने कहा कि इन नोटिसों को लेकर किसानों एवं अन्य संगठनों में रोष है।
शिअद यूथ विंग इन नोटिसों को रद्द करने की मांग कर रहा है। शिअद यूथ विंग के नेताओं ने अपनी मांगों को लेकर डीसी के सहायक कमिश्नर जनरल प्रीत इंद्र सिंह बैंस के मार्फत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजा। इस अवसर पर जसदीप सिंह, राकेश कुमार, प्रभजोत सिंह समेत कई युवा नेता मौजूद रहे।
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह कर चुके हैं विराेध
गाैरतलब है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कृषि कानूनों के खिला चल रहे किसान आंदोलन से जुड़े किसान नेताओं को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) द्वारा भेजे गए नोटिसों की निंदा कर चुके हैं। कैप्टन ने कहा कि किसानों को डराने धमकाने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, लेकिन सरकार ऐसे हथकंडे अपनाकर किसानों के भविष्य की लड़ाई के आंदोलन को कमजोर नहीं कर सकती।
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