शहर की रैंकिग के लिए आपको भी होना पड़ेगा जागरूक

स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिग में शहर को रैंक दिलाने के लिए नगर निगम की अहम भूमिका है लेकिन शहरवासी भी इसमें अपना अहम योगदान दे सकते हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में शहरवासियों की भागेदारी कम रही जिसकी वजह से रैंकिग में गिरावट आई है। अगर लोग अपनी जिम्मेदारी निभाते तो रैंकिग में सुधार हो सकता था।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 08:07 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 08:07 PM (IST)
शहर की रैंकिग के लिए आपको भी होना पड़ेगा जागरूक
शहर की रैंकिग के लिए आपको भी होना पड़ेगा जागरूक

राजेश भट्ट, लुधियाना : स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिग में शहर को रैंक दिलाने के लिए नगर निगम की अहम भूमिका है, लेकिन शहरवासी भी इसमें अपना अहम योगदान दे सकते हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में शहरवासियों की भागेदारी कम रही, जिसकी वजह से रैंकिग में गिरावट आई है। अगर लोग अपनी जिम्मेदारी निभाते तो रैंकिग में सुधार हो सकता था।

दरअसल नगर निगम ने स्वच्छता रैंकिग के लिए आम लोगों को जागरूक ही नहीं किया, जिसकी वजह से वह इसमें हिस्सा नहीं ले पाए। केंद्र सरकार के आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 शुरू कर लिया है। अब शहरवासी अगर शहर की रैंकिग सुधारना चाहते हैं तो वह इस बार जरूर अपने हिस्से की जिम्मेदारी उठाएं और इंदौर की तर्ज पर पब्लिक वाइस कैटेगरी में 1800 में से 1700 से ज्यादा अंक हासिल करें।

इस साल इंदौर ने सिटीजन वाइस कैटेगरी में 1800 में 1704.76 अंक हासिल किए, जबकि लुधियाना ने इस कैटागिरी में 1203.86 अंक हासिल किए। इसके अलावा सर्विस लेवल प्रोग्रेस में भी शहरवासी अपनी भूमिका निभा सकते हैं। अगर शहर के लोग घर पर कूड़ा सेग्रीगेशन करें और अपने कूड़ा कलेक्टर को भी कूड़ा अलग-अलग ही दें तो इससे भी शहर की रैंकिग बढ़ जाएगी। यही नहीं, गीले कूड़े से लोग अगर अपने घर पर ही कंपोस्ट खाद बनाते हैं तो इससे भी सर्विस लेवल प्रोग्रेस के अंक बढ़ जाते हैं। इस साल अगर लुधियाना के पब्लिक वाइस कैटेगरी में इंदौर जितने अंक होते तो लुधियाना की रैंकिग 30 तक पहुंच सकती थी। इसमें नगर निगम की जिम्मेदारी लोगों को जागरूक करने की है और उसके बाद लोगों को अलग अलग गतिविधियों में हिस्सा लेना होता है। इसमें मोहल्ला कमेटियां, स्कूल, अस्पताल व निजी तौर पर लोग हिस्सा ले सकते हैं। खासबात यह है कि इन गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए लोगों को कोई पैसे भी खर्च नहीं करने पड़ते हैं। इन गतिविधियों में हिस्सा लेकर बढ़ाई जा सकती है रैंकिग

- सिगल यूज प्लास्टिक व पालीथिन कैरीबैग का इस्तेमाल न करके

- घर पर ही कूड़ा सेग्रीगेशन करके

- घर पर गीले कूड़े से खाद बनाकर

- घर की वेस्ट को रीयूज करके

- अपने अपने मोहल्लों में लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक करके

- नगर निगम की तरफ से करवाई जाने वाली गतिविधियों में हिस्सा लेकर

- स्वच्छता एप अपने मोबाइल में डाउनलोड करके

- नगर निगम को ज्यादा से ज्यादा शिकायतें एप के जरिए करके

- दुकानदार अपनी दुकानों के बाहर दो दो कूड़ेदान रखकर

- शहर के स्कूल स्वच्छता कंपीटिशन में हिस्सा लेकर

- अस्पतालों में स्वच्छता रखकर

- सार्वजनिक स्थलों पर साफ सफाई रखकर

- स्वच्छता सर्वेक्षण के आनलाइन फीडबैक फार्म भरकर।

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