लुधियाना की फैक्ट्री में मजदूर की मौत के बाद हंगामा, मुआवजे की मांग को लेकर वर्करों का प्रदर्शन

कूल प्वाइंट फेज 8 में हुए हादसे के दौरान मजदूर की मौत के बाद हंगामा खड़ा हो गया है मजदूरों ने फैक्ट्री के बाहर प्रदर्शन करते हुए मुआवजे की मांग की है दूसरी तरफ थाना फोकल प्वाइंट पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 12:01 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 12:01 PM (IST)
लुधियाना की फैक्ट्री में मजदूर की मौत के बाद हंगामा, मुआवजे की मांग को लेकर वर्करों का प्रदर्शन
कूल प्वाइंट फेज 8 में मजदूर की मौत के बाद हंगामा हो गया। (जेएनएन)

लुधियाना, जेएनएन। कूल प्वाइंट फेज 8 में मजदूर की मौत के बाद हंगामा हो गया। साथी मजदूरों ने फैक्ट्री के बाहर प्रदर्शन करते हुए मुआवजे की मांग की है। दूसरी तरफ थाना फोकल प्वाइंट पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

फाेकल प्वाइंट फेस आठ के हाईवे इंडस्ट्रीइज में सोमवार नाइट ड्यूटी करने आए फिटर का डाई सेट टूटकर मजदूर के पेट पर गिर गया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया और उसकी मौत हो गई । फैक्ट्री संचालकों की ओर से उसे ईएसआई अस्पताल ले जाया गया था जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत करार दे दिया। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब सुबह मजदूर काम करने पहुंचे। जब मृतक की पत्नी गेट पर मालिक से गुहार लगाने पहुची तो गेट वाले सिक्योरटी गार्ड ने उसे बाहर कर दिया।

इसके बाद इस बारे में फैक्ट्री मजदूरों को पता चला तो फैक्ट्री मजदूरों ने मशीने बंद करके फैक्ट्री में  गेट के अंदर ही हंगामा करना शुरू कर दिया। 36 वर्षीय शिवा कुमार फैक्ट्री में फोरजिग ऑपरेटर का काम करता था। यहां पर ढंडारी खुर्द दुर्गा कालोंनी का रहने वाला है। म्रतक युवक के दो लड़के है। जिसमे  (17)चंदन कुमार  ((20)कुंदन कुमार अपाहिज है। वो चल नही पाता है। और ना ही बोल पाता है।

जिला औरंगाबाद  गांव वेसमत, जिला नालंदा, थाना इस्लामाबाद, बिहार के निवासी सुनीता देवी का आरोप है कि फैक्ट्री मालिकों की लापरवाही से उसके पति की मौत हुई है और अब तक उसे देखने भी नहीं दिया जा रहा है। घटना का पता चलते है थाना फ़ोकल प्वाइंट के पड़ते इंडस्ट्रियल एरिया जीवन नगर चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद  पुलिस मामले कि जांच पड़ताल करने में जुटी है।

मजदूरों का आरोप है कि मृतक शिवा कुमार गरीब परिवार से यहां पर किराये के मकान पर रहते है ।किसी तरह फैक्ट्री में काम करके अपने परिवार का खर्चा चला रहा था। अब उसकी मौत होने के बाद उनके परिवार का घर का खर्चा चलाना कठिन हो जाएगा। दो बेटाें में से एक कुंदन कुमार दिव्यांग है। दूसरा अकेले कैसे घर खर्चा चला पायेगा। अभी वह पढ़ाई कर रहा है।

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