लुधियाना की खन्ना अनाज मंडी में आढ़तियों और मजदूरों ने दिया धरना, नहीं शुरू हो पाई गेहूं खरीद
Protest at Khanna Grain Market शनिवार दोपहर को खन्ना अनाज मंडी में गेहूं की खरीद शुरू नहीं हो पाई। इसके चलते आढ़तियों और मजदूरों ने शनिवार सुबह खन्ना अनाज मंडी में धरना दिया और हड़ताल जारी रखने की बात कही।
खन्ना, जेएनएन। अपनी मांगों पर अड़े आढ़तियों और मजदूरों को मनाने में पंजाब सरकार की विफलता के बाद शनिवार दोपहर तक खन्ना अनाज मंडी में गेहूं की खरीद शुरू नहीं हो पाई। इसके चलते आढ़तियों और मजदूरों ने शनिवार सुबह खन्ना अनाज मंडी में धरना दिया और हड़ताल जारी रखने की बात कही। हालांकि, इसके बाद दोपहर दो बजे आढ़तियों ने एक इमरजेंसी बैठक जरूर बुलाई है। हड़ताल के चलते किसानों ने भी मंडियों से दूरी बनाकर रखी हुई है। अनाज मंडी खन्ना में सरकारी खरीद के पहले दिन एक भी ट्राली गेहूं नहीं आई। आढ़ती और मजदूरों की तरफ से मंडी में अलग अलग स्थानों पर रोष प्रदर्शन किया जा रहा है।
आढ़ती गुरजीत सिंह नागरा ने कहा कि जितनी देर आढ़तियों की मांगें नहीं मानी जाती तबतक हड़ताल जारी रहेगी। मजदूर यूनियन प्रधान दर्शन लाल ने कहा कि पंजाब के 10 लाख मजदूर आज हड़ताल पर हैं। सरकार की सीधी अदायगी के फैसले से मजदूर को बड़ी मार पड़ेगी क्योंकि वह पहले अपनी मजदूरी आढ़ती से ले लेते थे। अब मजदूरी देने के लिए कोई वारिस नहीं रहेगा। गौर हो कि बीते दिनों केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार को कहा था कि अगर सीधी अदायगी नहीं हुई तो फसल की खरीद नहीं की जाएगी। जिसके चलते लुधियाना के बचत भवन में आढ़तियों की मीटिंग जारी है।
इस मीटिंग के दौरान मंत्री आशु भी आढ़तियों से मिलने के बाद डीसी ऑफिस आए हैं। बैठक के बाद मुख्यमंत्री आनलाइन आढ़तियों से बात करेंगे। आढ़तियों की यह मीटिंग दो घंटे से जारी है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला है। बता दें कि किसानों को सीधी अदायगी के विरोध में आढ़तियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। शुक्रवार को भी इस मसले का कोई हल नहीं निकल पाया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आढ़तियों से हड़ताल न करने की अपील की है। आज की बैठक के बाद ही सीएम से बात हो सकती है, जिसमें कुछ हल निकलने की उम्मीद है। पंजाब सरकार अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं ले पाई है।