वीरपाल कौर भट्ठल का काव्य संग्रह 'गुफ्तगू' का विमोचन
लेखिका वीरपाल कौर भट्ठल के काव्य संग्रह गुफ्तगू का स्थानी शहर के शांति भवन में केंद्रीय पंजाबी लिखारी सभा के प्रधान तेजवंत सिंह मान ने विमोचन किया।
जेएनएन, मुल्लांपुर दाखा : 'जादूगरनी अंबिका का महल' और 'ज्ञान का खजाना' दो बाल कहानी की पुस्तकें पंजाबी साहित्य को देने वाली लेखिका वीरपाल कौर भट्ठल के काव्य संग्रह 'गुफ्तगू' का स्थानी शहर के शांति भवन में केंद्रीय पंजाबी लिखारी सभा के प्रधान तेजवंत सिंह मान ने विमोचन किया। इस मौके पर मान ने काव्य संग्रह 'गुफ्तगू' के बारे में कहा कि इस संग्रह की सभी कविताएं आम जीवन में घटने वाली घटनाओं पर आधारित हैं, जिन्हें लेखिका ने आम बोलचाल की भाषा में कविता में पिरोया है। इस संग्रह की कविताएं पाठकों को जल्दी समझ में आएंगी। इस संग्रह के लिए लेखिका भट्ठल बधाई की पात्र है। वीरपाल कौर भट़्ठल ने कहा कि उनका काव्य संग्रह 'गुफ्तगू' उनके मरहूम भाई स्व. जगसीर सिंह संधू को समर्पित है, क्योंकि उन्होंने अपने भाई से वादा किया था कि वह उनके अधूरे सपनों को एक दिन पूरा करेंगी। भट्ठल ने कहा कि उन्होंने कविताओं में अपनी जिदगी की दुखों भरी दास्तान बयान करने की छोटी सी कोशिश की है। इस मौके पर राज बड़ैच मानसा, बलविदर सिंह कमल, बलबीर बल्ली, सुखपाल सिंह शैंपी भनोहड़, पवन हरचंद पुरी, म्यूजिक डायरेक्टर जी. गुरी, जतिदर संधू, रणजीत सिंह सरी, डाक्टर गुरचरन कौर कोचर, जश इमरान, गीतकार मक्खन शेरोंवाला, गुरभिंदर गुरी, गीतकार प्रीत रेतगड, गायक विक्की मान, गीतकार अरजिदर राजन, गुरविदर सिंह, नरिदर सिंह और बलिहार गोबिदगड़िया आदि उपस्थित थे।
पेपर बोट मेकिंग में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
इधर, लुधियाना के ग्रीन लैंड सीनियर सेकेंडरी स्कूल जालंधर बाईपास ने वर्चुअल पेपर बोट मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसमें प्री नर्सरी से केजी तक के बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रिंसिपल बलदीप पंधेर ने बच्चों के प्रयासों की सराहना करते कहा कि शिक्षा तथ्यों की सीख नहीं है, बल्कि सोचने के लिए मस्तिष्क का प्रशिक्षण है।