वैक्सीनेशन न करवाने पर नहीं बनेंगे ड्राइविंग लाइसेंस

कोरोना महामारी से संक्रमित लोगों के इलाज के साथ ही प्रशासन की यह भी कोशिश है कि अधिक से अधिक वैक्सीनेशन की जाए। इसके लिए कई तरह के प्रयास जारी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 06:02 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 06:02 AM (IST)
वैक्सीनेशन न करवाने पर नहीं बनेंगे ड्राइविंग लाइसेंस
वैक्सीनेशन न करवाने पर नहीं बनेंगे ड्राइविंग लाइसेंस

जागरण संवाददाता, लुधियाना : कोरोना महामारी से संक्रमित लोगों के इलाज के साथ ही प्रशासन की यह भी कोशिश है कि अधिक से अधिक वैक्सीनेशन की जाए। इसके लिए कई तरह के प्रयास जारी हैं। इसी के तहत सोमवार से ही चंडीगढ़ रोड स्थित आरटीए दफ्तर के आटोमेटेड ड्राइविग ट्रेनिग सेंटर में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए ड्राइविग लाइसेंस बनाने या रिन्यू कराने के लिए फोटो कराने से पहले वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट अनिवार्य कर दिया गया है। इससे साफ है कि वैक्सीनेशन न करवाने पर 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन पाएंगे।

इस सेंटर में रोजाना ड्राइविग लाइसेंस बनवाने या रिन्यू करने वाले 300 लोगों की फोटो की जाती हैं। लोग लंबी लाइन में अपनी बारी का इंतजार करते हैं। सोमवार को बिना वैक्सीनेशन वाले 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वापस भेज दिया गया। इस नए फरमान के बारे में जानकारी नहीं होने के कारण सोमवार को पहले दिन लोगों को खासी परेशानी हुई। लोगों का तर्क रहा कि इससे बारे में पहले से सूचना देना बेहतर होता। कुछ लोग नजदीक ही मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगवा कर आ गए और लाइसेंस के लिए फोटो कराई। कई लोगों को अब फिर से फोटो के लिए वक्त लेना होगा।

पहले दिन 40 लोगों को लौटाया

सोमवार को करीब 40 लोगों को फोटो करवाने से पहले वैक्सीन लगवाकर आने के लिए कहा गया। इस संबंध में सेंटर में पहले गार्ड ने अनाउंसमेंट की और फिर बकायदा पोस्टर भी चिपका दिया गया, ताकि लोगों को सेंटर में पहुंचते ही इस बारे में जानकारी मिल जाए।

लोग बोले, पहले पता होता तो वैक्सीन लगवाकर ही आते

सेंटर में आए अर्बन एस्टेट निवासी साठ वर्षीय तारा सिंह का कहना है कि उनको यह नहीं पता था कि वैक्सीनेशन के बाद ही फोटो होगी। ऐसे में उनका काफी वक्त खराब हो गया। इसके बारे में पहले से जानकारी मुहैया करानी चाहिए। अब उनको फिर से फोटो के लिए वक्त लेना होगा। माडल टाउन निवासी साठ वर्षीय बलजीत सिंह का तर्क है कि जब फोटो के लिए वक्त लिया गया था, तब इस बारे में जानकारी नहीं दी गई। अब सेंटर में आकर पता चला। इससे उनको काफी दिक्कत हुई। अब फिर से फोटो के लिए चक्कर लगाना होगा।

एसडीएम बोले, आपात स्थिति में लिया ऐसा फैसला

एसडीएम बलजिदर सिंह ढिल्लों का कहना है कि मोटर व्हीकल एक्ट के तहत यह अधिकार है कि वे आपात स्थिति में इस तरह का फैसला ले सकते हैं। देश में कोरोना का संक्रमण जबरदस्त तरीके से फैला है। लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करना ही इसका मकसद है। इससे लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर और जागरूकता आएगी। वैक्सीनेशन से ही कोरोना से बचा जा सकता है।

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