लुधियाना में इलाज के दौरान युवती की मौत के बाद एचएमसी अस्पताल में हंगामा, डाॅक्टर पर लगाए आराेप
एक जून को उन्होंने एचएमसी अस्पताल में जांच करवाई। डाक्टर ने बताया कि गर्दन की हड्डी बढ़ी हुई है। दो जून को आपरेशन किया गया। आपरेशन के एक हफ्ते बाद उसकी हालत बिगडऩे लगी। इसके बाद डाॅक्टर ने कहा कि तानिया को कालर बोन नहीं है।
लुधियाना, जेएनएन। एचएमसी अस्पताल में इलाज के दौरान सराभा नगर की रहने वाली युवती तानिया शर्मा की बुधवार को मौत हो गई। स्वजनों ने डाक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर अस्पताल में हंगामा किया। अस्पताल प्रबंधन को पुलिस बुलानी पड़ी। स्वजनों ने पुलिस के पास भी डाॅक्टर के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। प्रिंस शर्मा ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन तानिया शर्मा कानून की पढ़ाई कर रही थी। लगातार झुक कर पढ़ने के कारण उसकी गर्दन की हड्डी में दर्द रहने लगा।
एक जून को उन्होंने एचएमसी अस्पताल में जांच करवाई। डाक्टर ने बताया कि गर्दन की हड्डी बढ़ी हुई है। दो जून को आपरेशन किया गया। आपरेशन के एक हफ्ते बाद उसकी हालत बिगडऩे लगी। इसके बाद डाॅक्टर ने कहा कि तानिया को कालर बोन नहीं है। दूसरा आपरेशन करना होगा। दूसरे आपरेशन के बाद उसकी हालत इतनी खराब हो गई कि आइसीयू में भर्ती करना पड़ा।
दो दिन पहले डाॅक्टर ने कहा कि तीसरा आपरेशन करना होगा लेकिन मरीज के वेंटिलेटर पर होने के कारण उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद डाॅक्टर ने तानिया का फिर से कोरोना टेस्ट करवाया तो उसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आई। स्वजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी बेटी को कोरोना हुआ। डाॅक्टर ने गलत आपेरशन किया। इस कारण ही उसकी मौत हुई है।
सिविल सर्जन दफ्तर भेजे हैं दस्तावेज
थाना माॅडल टाउन के प्रभारी इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और अस्पताल से इलाज से संबंधित दस्तावेज कब्जे में लेकर सिविल सर्जन दफ्तर भेजे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम उसकी जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। उसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
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लापरवाही नहीं बरती, कोरोना से हुई मौत
डाॅ. वैभव भार्गव का कहना है कि मरीज के इलाज या आपरेशन में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। आपरेशन के बाद मरीज को कोरोना हुआ जिस कारण उसकी मौत हो गई।