लुधियाना में अंडरग्राउंड 66 केवी हाईटेंशन लाइन से अपरैंप की राह में रोड़े

फिरोजपुर रोड एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट की राह में रोजाना नए अड़ंगे आ रहे हैं। पहले सीवरेज लाइन इसकी राह में रोड़े अटकाती रही और अब अंडरग्राउंड 66 केवी की हाईटेंशन तारें एक अपरैंप के निर्माण में बाधा पहुंचा रही हैं।

By Edited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 07:22 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 07:23 AM (IST)
लुधियाना में अंडरग्राउंड 66 केवी हाईटेंशन लाइन से अपरैंप की राह में रोड़े
फिरोजपुर रोड एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट की राह में रोजाना नए अड़ंगे आ रहे हैं।

लुधियाना, जेएनएन।  फिरोजपुर रोड एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट की राह में रोजाना नए अड़ंगे आ रहे हैं। पहले सीवरेज लाइन इसकी राह में रोड़े अटकाती रही और अब अंडरग्राउंड 66 केवी की हाईटेंशन तारें एक अपरैंप के निर्माण में बाधा पहुंचा रही हैं। अंडर ग्राउंड हाईटेंशन तारों के कारण नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) अब रैंप की अलाइंमेंट में बदलाव करने पर विचार कर रही है। इस कारण भाईबाला चौक के आगे से फिरोजपुर रोड पर चढ़ने वाले अपरैंप का काम अभी शुरू ही नहीं हो सका। निर्माण कंपनी अब यहां पर मैनुअल तरीके से खोदाई करेगी और देखेगी कि अपरैंप के पिलर बनाने के लिए जगह बचती है या नहीं। अगर जगह नहीं बचती है तो इस अपरैंप को बनाने की योजना ड्राप की जा सकती है।

फिरोजपुर रोड बिजली घर से हाईटेंशन तारों के जरिए डीसी दफ्तर व कोर्ट कांप्लेक्स में हाट लाइन दी गई है। सर्किट हाउस के बाहर तक तो पावरकाम ने बड़े-बड़े टावर लगाए हैं, लेकिन उसके बाद तारों को अंडर ग्राउंड कर दिया गया है। सर्किट हाउस से ही 66 केवी हाईटेंशन तारों को अंडर ग्राउंड सड़क के पार किया गया है। वहां से सड़क के किनारे-किनारे इन लाइनों को डीसी दफ्तर तक पहुंचाया गया है। एनएचएआइ ने कंपनी को अलाइनमेंट में बदलाव को कहा निर्माण कंपनी ने जब सिल्वर आर्क माल के बाहर अपरैंप के पिलर के लिए खोदाई शुरू की तो नीचे 66 केवी की लाइन बीच में आ गई। इसकी वजह से अपरैंप की जो अलाइंमेंट पहले तैयार की गई है, उसके हिसाब से अपरैंप बनाना मुश्किल है।

यही नहीं, जमीन के नीचे से 66 केवी लाइनों को शिप्ट करना भी आसान नहीं है। इसकी सूचना निर्माण कंपनी ने नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया को भेज दी। एनएचएआइ ने भी कंपनी को अलाइंमेंट में बदलाव करने को कहा है, लेकिन कंपनी अभी इस बात की जांच कर रही है कि क्या अलाइनमेंट बदलकर भी पिलर बनाने के लिए पर्याप्त जगह मिल सकेगी या नहीं। अगर पिलर बनाने के लिए जगह नहीं मिली तो यहां पर अपरैंप बनाने की योजना को रद भी किया जा सकता है।

मैनुअल तरीके से की जाएगी खोदाई

निर्माण कंपनी के इंजीनियर का कहना है कि मशीन से खोदाई करने की कोशिश की गई तो यहां पर हाईटेंशन तारें बीच में आई हैं। इसलिए अब मैनुअल खोदाई करके यह देखा जाएगा कि अपरैंप की अलाइनमेंट बदलकर पिलर बन सकेगा या नहीं। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट में देरी न हो इसलिए इस अपरैंप का काम फिलहाल शुरू नहीं किया और मेन एलिवेटेड रोड का निर्माण काम भारत नगर चौक की तरफ बढ़ा जा रहा है।

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