मिनी सचिवालय में पुलिस पास, फिर भी खुलेआम उड़ रही आदेशों की धज्जियां

रविवार को कारखाना मजदूर यूनियन पंजाब ने फोकल प्वाइंट प्वाइंट में मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की।

By Edited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 04:30 AM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 10:01 AM (IST)
मिनी सचिवालय में पुलिस पास, फिर भी खुलेआम उड़ रही आदेशों की धज्जियां
मिनी सचिवालय में पुलिस पास, फिर भी खुलेआम उड़ रही आदेशों की धज्जियां

लुधियाना, जेएनएन। मिनी सचिवालय स्थित डीसी कार्यालय में रविवार को बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी वर्कर और किसान यूनियन के सदस्य अपनी मांगों को लेकर धरना देने पहुंचे। इस दौरान कई ने मास्क नहीं लगाए थे तो फिजिकल डिस्टेंस का तो पालन ही नहीं हो रहा था। हालांकि डीसी ने पहले ही आदेश जारी किए हैं कि कोरोना के कारण उनके कार्यालय में एकसाथ बड़ी संख्या में लोग न पहुंचें। यदि किसी को ज्ञापन भी देना है तो 4-5 प्रमुख लोग ही आएं, लेकिन डीसी कार्यालय में पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में खुलेआम आदेशों की धज्जियां उड़ी और लोग एक-दूसरे से चिपके हुए थे। यहां भी पुलिस कर्मियों ने धरना देने वालों को नियमों व आदेशों का उल्लंघन करने वालों को नहीं रोका।

वहीं रविवार को कारखाना मजदूर यूनियन पंजाब ने फोकल प्वाइंट प्वाइंट में मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यूनियन के अध्यक्ष लख¨वदर सिंह, विमला, तेजू प्रसाद, नौजवान भारत सभा के नवजोत ने कहा कि कोरोना की आड़ में केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा जनता के अधिकारों पर हमले किए जा रहे हैं। ये सरकारें पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए मजदूर विरोधी नीतियां लागू कर रही हैं।

कारखाना मजदूर यूनियन ने श्रम कानूनों में संशोधनों को रद करने, श्रम अधिकार लागू कराने, श्रम कानूनों का उल्लंघन करने वाले पूंजीपतियों को सख्त सजा देने, लॉकडाउन के कारण मजदूरों के हुए नुकसान के लिए मुआवजा, छंटनियों पर रोक लगाने, बंद और मंदी के समय की पूरी तनख्वाह देने, बेरोजगारों को भत्ता देने, मुफ्त इलाज, कच्चे स्वास्थ्य कर्मियों को पक्का करने, सभी स्वास्थ्य सुविधाओं के सरकारीकरण, निजीकरण की नीति रद करने, रेलवे, बिजली विभाग का निजीकरण तुरंत रद करने, तीन कृषि अध्यादेश व प्रस्तावित बिजली संशोधन बिल रद करने की मांग की है। वहीं टेक्सटाइल होजरी कामगार यूनियन ने ईडब्ल्यूएस कॉलोनी और पेंडू मजदूर यूनियन (मशाल) ने गांव भूंदड़ी में प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनों को राज¨वदर, सुखदेव भूंदड़ी ने संबोधित किया।

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