Unemployed Youth Protest: पटियाला में बेरोजगार युवाओं का प्रदर्शन, संगरूर बाइपास पर धरने पर बैठ लगाया जाम

Unemployed Youth Protest रोजगार की मांग को लेकर बीएड टीईटी पास युवा पटियाला-संगरूर बाइपास पर धरने पर बैठ गए हैं। धरने के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। बेरोजगारों का कहना है कि रोजगार न मिलने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 12 Sep 2021 01:48 PM (IST) Updated:Sun, 12 Sep 2021 01:49 PM (IST)
Unemployed Youth Protest: पटियाला में बेरोजगार युवाओं का प्रदर्शन, संगरूर बाइपास पर धरने पर बैठ लगाया जाम
पटियाला में संगरूर बाइपास पर धरने पर बैठे बेरोजगार। जागरण

जागरण संवाददाता, पटियाला। Unemployed Youth Protest: पंजाब सरकार से रोजगार की मांग कर रहे बेरोजगार बीएड टीईटी पास यूनियन के बैनर तले युवा पटियाला-संगरूर बाइपास पर धरने पर बैठ गए हैं। बेरोजगार युवा पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। बेरोजगार युवाओं के प्रदर्शन के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। लोग परेशान हैं। प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों ने कहा कि वह पिछले लंबे समय से रोजगार प्राप्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी हर मांग को अनसुना कर रही है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार की तरफ से बेरोजगारों की मांगों को पूरा नहीं करती उनका संघर्ष जारी रहेगा।

यूनियन के सूबा प्रधान सुखविंदर सिंह ढिल्लवां ने बताया कि पिछले लगभग आठ महीनों से बेरोजगारों ने शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला के संगरूर स्थित आवास आगे पक्का धरना दिया हुआ है। दूसरा धरना संगरूर सिविल अस्पताल में चल रहा है, जहां मनीष फाजिल्का 21 अगस्त से उनकी मांग के लिए टंकी पर चढ़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि खुद को पंजाब हितैषी कहने वाली कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने बेरोजगारों के साथ किए वादों को पूरा नहीं किया।

पटियाला में धरने पर बैठे बेरोजगार। जागरण

सुखविंदर सिंह ने कहा कि जब बेरोजगार इन वादों संबंधी मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह और शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला के साथ बातचीत करने के लिए जाते हैं तो उनको पुलिस प्रशासन की तरफ से मिलने नहीं दिया जाता, बल्कि बेरोजगारों पर लाठीचार्ज करके और गिरफ्तार करके थानों में बंद दिया जाता है। प्रजातांत्रिक तरीकों से रोजगार मांगने वालों पर पर्चे दर्ज किए जाते हैं।

उन्होंने कहा कि यदि पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने अपने घोषणा पत्र में किए वादे को पूरा नहीं किया तो उसे 2022 विधानसभा चुनाव में बेरोजगारों के गुस्से का सामना करना पड़ेगा। इस मौके अमन सेखा, सरवरिंदर और गुरप्रीत खन्ना पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला, जीवन सिंह, सुसील, गुरसेवक सिंह आदि उपस्थित थे।

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