यूसीपीएमए चुनाव : तीसरे गुट के निर्माण की तैयारी, चुनाव एजेंडा छोटी या बड़ी इंडस्ट्री नहीं, बल्कि साइकिल इंडस्ट्री की ग्रोथ

यूसीपीएमए चुनाव में पहले दो गुटों की ओर से जहां छोटी और बड़ी इंडस्ट्री के हितों की लड़ाई को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। वहीं इस तीसरे धड़े का कहना है कि साइकिल इंडस्ट्री की बात होनी चाहिए।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 06:39 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 06:39 AM (IST)
यूसीपीएमए चुनाव : तीसरे गुट के निर्माण की तैयारी, चुनाव एजेंडा छोटी या बड़ी इंडस्ट्री नहीं, बल्कि साइकिल इंडस्ट्री की ग्रोथ
यूसीपीएमए चुनाव में तीसरे गुट के निर्माण की तैयारी हो गई है।

लुधियाना [मुनीश शर्मा]। यूनाइटेड साइकिल एवं पार्टस मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन के चुनावों को लेकर साइकिल एवं साइकिल पार्टस इंडस्ट्री की सियासत गर्मा गई है। इसको लेकर अभी तक दो गुटों की ओर से कशमोकश जारी थी। इसके बीच अब एक नया तीसरा फ्रंट जोकि दोनों ग्रुपों के रवैये से नाराज है, चुनावों को लेकर बिसात बिछाने जा रहा है। इसमें साइकिल इंडस्ट्री के कई पुराने दिग्गज शामिल है। जोकि इंडस्ट्री में काफी रसूख रखते हैं और चुनावों में इनकी भूमिका को भी नजरंदाज नहीं किया जा सकता। इस ग्रुप में अधिकतर उद्यमी वे हैं, जिनकी कंपनियां पिछले कई सालों से साइकिल इंडस्ट्री की ग्रोथ को काम कर रही है और यह धड़ा चुनावों के समीकरण को बदल सकता है। अब देखने योग्य होगा कि इनकी बैठकों के दौर के बाद यह किसे चुनाव मैदान में उतारते हैं या फिर दो धड़ों के किन किन प्रत्याशियों को समर्थन देते हैं।

पहले दो गुटों की ओर से जहां छोटी और बड़ी इंडस्ट्री के हितों की लड़ाई को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। वहीं इस तीसरे धड़े का कहना है कि साइकिल इंडस्ट्री की बात होनी चाहिए। क्योंकि बड़े कारपोरेट के बिना छोटे और छोटे उद्योगों के बिना बड़ों का काम नहीं चल सकता। इसलिए आपसी भाईचारे और स्नेह से ही ग्रोथ की जा सकती है। इसलिए एजेंडा साइकिल इंडस्ट्री की ग्रोथ का होना चाहिए, न कि छोटी और बड़ी इंडस्ट्री की लड़ाई का।

भले ही इस धड़े की ओर से अभी अधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन बैठकों और फीडबैक का दौर आरंभ हो गया है। ताकि ऐसी टीम आगे लाई जाए, जो इंडस्ट्री को आपस में तोड़ने की बजाए साइकिल इंडस्ट्री की ग्रोथ को काम करें और हर वर्ग के प्रतिनिधत्व होने से लुधियाना साइकिल उद्योग तरक्की की ओर बढ़ सके। इस धड़े में जिन नामों की चर्चा है। उनमें रजनीश गुप्ता मोंटू, संजय गुप्ता नाइस एक्सपोर्ट, वरूण कपूर रैमसन एक्सपोर्ट, सुरिंदर चौहान प्रधान संस, जतिंदर मित्तल जतिंदर उद्योग, जगतवीर सिंह बिट्टू एस्सन साइकिल, गौरव सूद प्रताप इंडस्ट्री, बंटी मल्होत्रा, सतनाम सिंह मक्कड़, बलजीत सिंह शेरसंस जैसे नामों की चर्चा जोरों पर है।

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