Bank Loot Case : जलालाबाद में बैंक के डिप्टी मैनेजर की मिलीभगत से हुई 45 लाख की लूट, दाे लाेग गिरफ्तार
पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई पिस्तौल व 45 लाख की नगदी भी बरामद कर ली है। इस संबंध में फिरोजपुर रेंज के डीआइजी हरदयाल सिंह मान व एसएसपी फाजिल्का दीपक हिलोरी ने जलालााबद में प्रैस कांफ्रेंस की।
जलालाबाद, जेएनएन। बीते दिनों जलालाबाद के कोटक महिंद्रा बैंक के कर्मचारियों के साथ हुई लूटपाट की घटना को लेकर पुलिस ने कई अहम खुलासे किए हैं। पुलिस ने दावा किया है कि बैंक के डिप्टी के डिप्टी मैनेजर की मिलीभगत ने ही उक्त लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था, जोकि उस समय गाड़ी में ही मौजूद था। पुलिस ने उक्त मामले में लूटपाट की घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपित गांव प्रभात सिंह वाला उताड़ निवासी डा. परमजीत सिंह व फिरोजपुर के गांव हस्तेके निवासी गुरप्रीत उर्फ गोपी के अलावा डिप्टी मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई पिस्तौल व 45 लाख की नगदी भी बरामद कर ली है। इस संबंध में फिरोजपुर रेंज के डीआइजी हरदयाल सिंह मान व एसएसपी फाजिल्का दीपक हिलोरी ने जलालााबद में प्रैस कांफ्रेंस की। उन्होंने बताया कि 12 मई को कोटक महिंद्रा बैंक के डिप्टी मैनेजर गुरप्रताप सिंह के बयान दर्ज किए गए थे, जिसमें उसने बताया कि वह और लवप्रीत सिंह कार में श्री मुक्तसर साहिब से 45 लाख रुपये कैश लेकर आ रहे थे तो वक्त करीब 11.25 गांव चक्क सैदोके के सेमनाला के निकट उनकी कार का पीछा कर रहे 2 मोटरसाइकिल सवारों ने गाड़ी के टायरों पर फायर मारकर उनसे गाड़ी रुकवाकर पिस्तौल की नोक पर बारियां खुलवाकर और आखों में मिर्ची डालकर उनसे बैंक की नगदी 45 लाख रुपए वाला ट्रंक लेकर फरार हो गए थे।
उक्त मामले को लेकर अलग-अलग टीमें अजय राज सिंह कप्तान पुलिस फाजिल्का, उप कप्तान पुलिस (डी) फाजिल्का भुपिंदर सिंह, उप कप्तान पुलिस सब डिविजन जलालाबाद पलविंदर सिंह द्वारा हर एंगल से मामले की जांच की गई और सबूतों के आधार पर पुलिस गांव प्रभात सिंह वाला निवासी डाॅ. परमजीत सिंह तक पहुंची। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो पहले लूटी हुई 45 लाख रुपए नगदी और लाईसेंसी रिवाल्वर 32 बोर बरामद की व बाद में उसने माना की उसके साथ बैंक का डिप्टी मैनेजर गुरप्रताप सिंह व हस्ते निवासी गुरप्रीत सिंह था।
पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि गुरप्रताप सिंह व आरोपित डाॅ. परमजीत सिंह आपस में क्लास मेट रहे हैं और पिछले 20 सालों से एक दूसरे को जानते थे और एक दूसरे के साथ आपसी मेल मिलाप था। जिन्होंने ही उक्त वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया। फिलहाल पुलिस ने गुरप्रताप व डा. परमजीत सिंह को काबू कर लिया, जबकि गुरप्रीत सिंह की तलाश जारी है।