दो पटवारियों ने तीन लोगों को बना दिया फर्जी भूमि मालिक, 2.37 करोड़ हड़पने की थी योजना Ludhiana News

डीसी ने बताया कि यह राशि माल विभाग के अफसरों व एनएचएआइ के अफसरों की मिलीभगत से हड़पी जा रही थी। मामले में दोनों पटवारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

By Sat PaulEdited By: Publish:Mon, 11 Nov 2019 01:50 PM (IST) Updated:Tue, 12 Nov 2019 08:45 AM (IST)
दो पटवारियों ने तीन लोगों को बना दिया फर्जी भूमि मालिक, 2.37 करोड़ हड़पने की थी योजना Ludhiana News
दो पटवारियों ने तीन लोगों को बना दिया फर्जी भूमि मालिक, 2.37 करोड़ हड़पने की थी योजना Ludhiana News

लुधियाना, जेएनएन। चंडीगढ़-लुधियाना नेशनल हाईवे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के बदले मुआवजा राशि बांटने में दो पटवारियों ने तीन लोगों को फर्जी दस्तावेजों से भूमि मालिक बना दिया, ताकि वह 2.37 करोड़ रुपये हड़प सकें। एसडीएम की जांच में मामला पकड़ा गया।

प्रशासन ने पटवारी राकेश कुमार और धरमिंदर एवं तीन फर्जी भूमि मालिक विनय कुमार, अनिल कुमार व राजेश कुमार के खिलाफ थाना डिवीजन पांच में मामला दर्ज करवाया है। डीसी प्रदीप अग्रवाल ने भी सख्ती दिखाते हुए दोनों पटवारियों को सस्पेंड कर जांच के आदेश दे दिए हैं। गांव समराला और घुलाल में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) की तरफ से अधिग्रहित की गई जमीन के असेसमेंट रजिस्टर व ए-रोल्ज में तीन लोगों के गलत इंदराज दर्ज करके उन्हें मुआवजा धारक बना दिया गया, जिससे तीनों के खाते में करीब 1.24 करोड़ रुपये ट्रांफसर कर सरकार को चूना लगाने की साजिश की जा रही थी।

डीसी प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि एसडीएम पश्चिमी अमरिंदर सिंह मल्ली के ध्यान में जब यह मामला आया तो उन्होंने मामले की जांच की। जांच में सामने आया कि अनिल कुमार, विजय कुमार व राजेश कुमार के नाम असेसमेंट रजिस्टर व ए रोल्ज में दर्ज हैं, जिनका अधिग्रहित की गई जमीन पर किसी भी तरह का मालिकाना हक नहीं है। पटवारियों की मिली भगत से उन्हें मुआवजे की राशि जारी की जा चुकी थी।

डीसी ने बताया कि इस संबंध में सभी दस्तावेज मंगवाकर चेक किए तो उनके हिसाब से अनिल कुमार को 51.07 लाख रुपये व 71.96 लाख रुपये की अदायगी की जा चुकी थी। विनय कुमार को 1.05 करोड़ रुपये व राजेश कुमार को 8 लाख रुपये की अदायगी की जानी थी, लेकिन मामला पकड़े जाने की वजह से इस राशि को रोक दिया गया। डीसी ने बताया कि यह राशि माल विभाग के अफसरों व एनएचएआइ के अफसरों की मिलीभगत से हड़पी जा रही थी। विनय कुमार, अनिल कुमार, राजेश के नाम फर्जी कागजों के जरिए दर्ज करवाए गए हैं। थाना डिवीजन पांच एसएचओ रिचा ने कहा कि उक्त आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज लिया गया है।

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