भूख हड़ताल शुरू करते वक्त हुआ हंगामा, दो पक्षों में हुई बहसबाजी
खन्ना के ललहेड़ी रोड चौक पर विभिन्न संगठनों द्वारा पुलिस पर अत्याचार के आरोप लगाते हुए शुरू की जा रही हड़ताल के दौरान वीरवार को हंगामा हो गया।
जागरण संवाददाता, खन्ना : खन्ना के ललहेड़ी रोड चौक पर विभिन्न संगठनों द्वारा पुलिस पर अत्याचार के आरोप लगाते हुए शुरू की जा रही हड़ताल के दौरान वीरवार को हंगामा हो गया। हड़ताल पर बैठने की तैयारी कर रहे संगठनों के नेताओं से कुछ लोगों ने बहसबाजी शुरू कर दी। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं। इसके बाद हड़ताल पर बैठने जा रहे शिरोमणि अकाली दल संयुक्त के नेता संदीप सिंह रूपालों ने बीच में ही सब छोड़ा उठकर चले गए।
संदीप सिंह रूपालों ने आरोप लगाया कि जिस पीड़ित के लिए वह संघर्ष कर रहे हैं, वहां आई महिलाएं व अन्य लोग विरोधी पक्ष से थे। उन्होंने पुलिस की उपस्थिति में दुर्व्यवहार किया। बावजूद इसके पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्हें किसी भी पीड़ित के लिए इंसाफ मांगने का हक है। इससे कोई उन्हें नहीं रोक सकता।
रूपालों ने कहा कि यह सब एसएचओ सदर सरबजीत सिंह के इशारे पर हो रहा है। अगर उनका कोई नुकसान हुआ तो इसके जिम्मेवार भी एसएचओ होंगे। शांतमयी प्रदर्शन करना हरेक व्यक्ति का संवैधानिक हक है। बाद में नेताओं ने डीजीपी दफ्तर चंडीगढ़ की ओर कूच किया। चंडीगढ़ में डीजीपी दफ्तर में शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस मौके पर अमरजीत सिंह, सरबजीत सिंह कंग, मनमोहन सिंह चावा, बंत सिंह खालसा, लोकेश कुमार, संतोख सिंह नागरा, सुभाष सेहाला, प्रितपाल सिंह राजेवाल, हरजिंदर सिंह रूपालों आदि उपस्थित थे। आरोप बेबुनियाद : एसएचओ
एसएचओ सदर सरबजीत सिंह ने कहा कि संगठनों द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। उन्हें तो वीरवार की घटना का कुछ पता भी नहीं है वह सुबह से ही शहर से बाहर थे। उनका कोई आपसी मामला हो सकता है।