Loot In Ludhiana: खाली कट्टा दिखाकर ज्वेलर को लूटने की कोशिश करने वाले 3 लुटेरे गिरफ्तार

Loot In Ludhiana ताजपुर रोड स्थित इंदिरा कालोनी में एसएस ज्वेलर्स को साफ्ट टारगेट समझ कर लुटेरों ने वारदात की कोशिश की थी। उनका अंदाजा गलत निकला और दुकानदार के घूसों से बचने के लिए मौके से भागना पड़ा।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:50 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:50 AM (IST)
Loot In Ludhiana: खाली कट्टा दिखाकर ज्वेलर को लूटने की कोशिश करने वाले 3 लुटेरे गिरफ्तार
ज्वेलर को लूटने की कोशिश करने वाले 3 लुटेरे गिरफ्तार। (जागरण)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। ताजपुर रोड स्थित इंदिरा कालोनी में एसएस ज्वेलर्स को साफ्ट टारगेट समझ कर लुटेरों ने वारदात की कोशिश की थी। उनका अंदाजा गलत निकला और दुकानदार के घूसों से बचने के लिए मौके से भागना पड़ा। इस अफरा तफरी में लुटेरों का देसी पिस्तौल (कट्टा) दुकान में ही गिर गया था। भागते समय दुकान के बाहर खड़ी बाइक भी छोड़ गए थे। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ग्रामीण सचिन गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने राहों रोड के बलदेव नगर के रहने वाले हिमांशु, बाजड़ा रोड स्थित मोर्या फैब्रिक फैक्ट्री निवासी रिजवान और न्यू पुनीत नगर की गली नंबर दो के मोहम्मद रिजवान उर्फ समीर को गिरफ्तार किया है।

रिजवान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के गांव करोला का रहने वाला है। वही गिरोह का मास्टरमाइंड है। वह मुरादाबाद से कट्टा खरीदकर ट्रेन से लुधियाना आया था। तीनों अलग-अलग फैक्ट्रियों में काम करते हैं। हिमांशु का पिता आटो चलाता है। पिस्तौल खरीदने के बाद तीनों ने लूट व झपटमारी करनी शुरू कर दी। इंदिरा कालोनी में ज्वेलर की दुकान देखने के बाद उन्हें लगा कि यहां आसानी से लूट की जा सकती है। रिजवान ने ही हाथ में कट्टा लेकर दुकानदार अवतार सिंह को धमकाया था जिसके बाद अवतार ने उस पर घूस बरसाना शुरू कर दिया। इसके बाद तीनों दुकान से बाहर निकलकर बचकर भाग गए थे।

कट्टे में नहीं था कारतूस

जांच में सामने आया है कि दुकान में गिरी लुटेरों के कट्टे में कारतूस नहीं थे। कट्टा खरीदते समय उन्हें साथ में एक कारतूस मिला था। उसे वह ट्रायल में चला चुके थे। एसीपी दविंदर चौधरी ने बताया कि बुधवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि ताजपुर रोड स्थित जेल के पास सिटी बस अड्डा में तीन संदिग्ध युवक बैठे हैं। पुलिस को देख मोहम्मद रिजवान वहां से भाग गया जबकि अन्य दोनों को काबू कर लिया गया। कुछ समय बाद रिजवान को भी डेयरी कांप्लेक्स के पास पकड़ लिया गया।

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बाइक की इंश्योरेंस के दस्तावेज ने पकड़वाए

दुकान के बाहर छोड़ी बाइक की तलाशी में उसकी इंश्योरेंस के दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे। यह दस्तावेज हिमांशु के पिता का निकला जो आटो चालक है। कट्टा लाने के बाद रिजवान ने पहले सलेम टाबरी इलाके में दो बार मजदूरों से मोबाइल लूटने की कोशिश की थी लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया। हिमांशु भी पहले उसके साथ ही फैक्ट्री में काम करता था। छह माह पहले उसकी शादी हुई है। परिवार पर कर्ज भी है। उसने दोनों अन्य साथियों के साथ मिलकर बड़ा हाथ मारने का मन बनाया। दो दिन तक वह लोग दुकान की रेकी करते रहे। मंगलवार रात को टिब्बा रोड़ पर एक शराब ठेके पर खड़े होकर शराब पी और फिर हिमांशु की बाइक की नंबर प्लेटें उतारकर वारदात करने पहुंच गए।

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रात 12 बजे कंट्रोल रूम पर दी लूट की झूठी शिकायत

सब इंस्पेक्टर सुखविंदर के ज्वेलर की दुकान पर लूट करने में नाकाम होने के बाद हिमांशु डर गया। रात 12 बजे उसने पुलिस कंट्रोल रूम पर लूट की झूठी शिकायत दी। उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी बाइक से घर जा रहा था। गन प्वाइंट पर पांच बदमाशों ने उसकी बाइक छीन ली। जब मोबाइल नंबर से पुलिस हिमांशु के घर पहुंची तो वह घर पर नहीं था। उसकी फोटो देखने पर साफ हो गया कि फुटेज में दिखाई देने वाला युवक वही है।

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