Smuggling In Ludhiana: लुधियाना में नशे की तस्करी, हेरोइन व गांजे सहित तीन गिरफ्तार
Smuggling In Ludhianaनशा तस्करों के खिलाफ छेड़ी मुहिम के अंर्तगत बीते चौबीस घंटों के दौरान सिटी पुलिस ने विभिन्न जगहाें पर कार्रवाई करते हुए 3 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से हेरोइन व गांजा बरामद किया है।
लुधियाना, जेएनएन। Smuggling In Ludhiana: नशा तस्करों के खिलाफ छेड़ी मुहिम के अंर्तगत बीते चौबीस घंटों के दौरान पुलिस ने विभिन्न जगहाें पर कार्रवाई करते हुए 3 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से हेरोइन व गांजा बरामद किया है। आरोपितों पर तीन केस दर्ज करके छानबीन की जा रही है। थाना माॅडल टाउन पुलिस ने पखोवाल नहर पुल पर की गई नाकाबंदी के दौरान 410 ग्राम गांजे के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एसआइ अवनीत कौर ने बताया कि उसकी पहचान धांधरां रोड की न्यू फाइव स्टार कालोनी निवासी सिकंदर साहनी के रूप में हुई।
उधर, थाना डाबा पुलिस ने बापू मार्केट चौक में की गई नाकाबंदी के दौरान मोटरसाइकिल सवार दो लोगों को 7 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया। एएसआई राजिंदरपाल सिंह ने बताया कि आरोपितों की पहचान सुंदर नगर की गली नंबर 4 निवासी सतविंदर सिंह तथा सत्यम कुमार के रूप में हुई। वहीं, थाना शिमला पुरी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर सूरज नगर की गली नंबर 7 में दबिश देकर एक व्यक्ति को 4 ग्राम हेरोइन के साथ काबू किया। एएसआइ गुरबख्शीश सिंह ने बताया कि आरोपित की पहचान शिमला पुरी के प्रीत नगर की गली नंबर 21 निवासी दीपक सिंह के रूप में हुई।
भाई से तीन लाख ले लिए, नहीं कराई जमीन की रजिस्ट्री
गिल गांव निवासी व्यक्ति ने अपने सगे भाई के साथ जमीन का सौदा करके तीन लाख रुपये तो ले लिए। मगर उसकी रजिस्ट्री भाई के नाम नहीं कराई। अब थाना डेहलों पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज करके उसकी तलाश शुरू की है। पुलिस ने बताया कि आरोपित की पहचान गिल गांव निवासी सुखविंदर सिंह के रूप में हुई। पुलिस ने उसी गांव में रहने वाले परमिंदर सिंह की शिकायत पर उसके खिलाफ केस दर्ज किया।
अक्टूबर 2019 में पुलिस कमिश्नर को दी शिकायत में उसने बताया कि 21 अगस्त 1997 में उसके भाई ने गांव में पड़ी अपनी 500 वर्ग गज जमीन का सौदा 3 लाख रुपये में किया था। पैसे लेने के बाद उसने एग्रीमेंट कर लिया। मगर बाद में उसकी रजिस्ट्री नहीं करा उसके साथ धोखाधड़ी की है। मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने आरोप सही पाए जाने पर आरोपित के खिलाफ केस दर्ज करने की सिफारिश कर दी। डीए लीगल की राय लेने के बाद पुलिस ने केस दर्ज करके उसकी तलाश शुरू कर दी है।