लुधियाना में एटीएम बदल ठगी करने वाला नौसरबाज गैंग गिरफ्तार, पकड़े गए तीन आरोपितों से 72 एटीएम कार्ड बरामद
लुधियाना में लोगों के एटीएम कार्ड बदल कर उनके अकाउंट से रुपये उड़ाने वाले नौसरबाज गिरोह के तीन सदस्यों को थाना डाबा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 72 एटीएम कार्ड बरामद किए गए। पुलिस ने रिमांड हासिल कर पूछताछ शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। लुधियाना में लोगों के एटीएम कार्ड बदल कर उनके अकाउंट से रुपये उड़ाने वाले नौसरबाज गिरोह के तीन सदस्यों को थाना डाबा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 72 एटीएम कार्ड बरामद किए गए। आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करके शुक्रवार उन्हें अदालत में पेश किया गया। जहां से दो दिन का रिमांड हासिल करके कड़ी पूछताछ की जा रही है।
एएसआई तरसेम सिंह ने बताया कि आरोपितों की पहचान सुरजीत नगर की गली नंबर 3 निवासी तरुण शर्मा, हरगोबिंद नगर की गली नंबर 11 निवासी बलविंदर सिंह तथा पंकज कुमार के रूप में हुई। पुलिस को वीरवार शाम गुप्त सूचना मिली थी कि उक्त गिरोह के सदस्य एटीएम में पैसे निकलवाने गए लोगों के कार्ड धोखे से बदल लेते हैं। बाद में उनके अकाउंट में पड़ी सारी नकदी साफ कर जाते हैं। आज भी तीनों डाबा थाने के बाद मामे दा ढाबा के पास खड़े किसी नए शिकार की तलाश में हैं।
सूचना के आधार पर वहां दबिश देकर उन्हें काबू कर लिया गया। तलाशी लेने पर उनके कब्जे से विभिन्न बैंकों के 72 एटीएम कार्ड बरामद हुए। तरसेम सिंह ने कहा कि आरोपित अब तक नौसरबाजी की दर्जनों वारदातें कर चुके हैं। उनका पुराना रिकार्ड चेक किया जा रहा है। उनसे की जा रही पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की संभावना है।
जंडू टावर के बाहर खड़ा मोटरसाइकिल चोरी
जीटी रोड स्थित जंडू टावर के बाहर खड़ा स्पलेंडर मोटरसाइकिल चोरी हो गया। मगर पुलिस ने जब मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की तो पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी। दो महीने जांच करने के बाद अब थाना डिवीजन नंबर 6 पुलिस ने केस दर्ज करके छानबीन शुरू की है। हवलदार जगमीत सिंह ने बताया कि उक्त केस फाेकल प्वाइंट फेस-3 स्थित पाई टूल्ज प्राइवेट लिमिटेड के प्रद्यूमन कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया। 23 जुलाई को पुलिस कमिश्नर को दी शिकायत में उसने बताया कि 9 जुलाई की दोपहर बाद 3.30 बजे उसने अपना स्पलेंडर मोटरसाइकिल जीटी रोड स्थित जंडू टावर के बाहर लाक करके पार्क किया था। जो वहां से चोरी हो गया। मामले में शिकायत देने के बाद भी जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो मजबूरन उसे पुलिस कमिश्नर से मिल कर शिकायत देनी पड़ी।