अब सड़क किनारे नहीं दिखेगा बिखरा कूड़ा, 42 कंपेक्टर के लिए जगह तय Ludhiana News
स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने 33 कंपेक्टर लगाने की सहमति दे दी। इसी तरह नौ कंपेक्टर लगवाने के लिए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को कहा गया।
लुधियाना, जेएनएन। शहर में सड़कों के किनारे बने सेकेंडरी कूड़ा डंपों पर बिखरे कूड़े से अब शहर को निजात मिलने वाली है। शहर में 42 स्टेटिक कंपेक्टर लगाए जाने की योजना है, जिसमें से 33 स्टेटिक कंपेक्टर स्मार्ट सिटी के तहत लगाए जाने हैं। जबकि नौ स्टेटिक कंपेक्टर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने लगाने हैं। मामला अब तक जमीन को लेकर अटका रहा।
नगर निगम की तरफ से जगह फाइनल कर स्मार्ट सिटी लिमिटेड व इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को नहीं दी गई जिसकी वजह से स्टेटिक कंपेक्टर लगाने का काम शुरू नहीं हो सका। अब नगर निगम ने 42 स्टेटिक कंपेक्टर लगाने के लिए जगह फाइनल कर दी और अब इस प्रस्ताव को निगम हाउस की बैठक में पास कर दिया जाएगा जिसके बाद स्टेटिक कंपेक्टर लगाने का रास्ता साफ हो गया है।
लुधियाना शहर में कुल 54 सेकेंडरी कूड़ा डंप हैं। इनमें से ज्यादातर कूड़ा डंप सड़कों के किनारे हैं। नगर निगम के पास स्टेटिक कंपेक्टर लगाने के लिए फंड नहीं था जिसके बाद मेयर बलकार सिंह संधू ने स्मार्ट सिटी लिमिटेड को शहर में स्टेटिक कंपेक्टर लगवाने को कहा। इसके बाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने 33 कंपेक्टर लगाने की सहमति दे दी। इसी तरह नौ कंपेक्टर लगवाने के लिए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को कहा गया। ट्रस्ट ने तो वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिए, लेकिन जगह न मिलने की वजह से स्टेटिक कंपेक्टर लगाने का काम नहीं हो सका।
मेयर के निर्देशों पर निगम अफसरों ने अब 42 जगहों का चयन कर लिया है और उन्हें फाइनल कर दिया। ग्लाडा की जगह में 8, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की जगह में 11, इंडस्ट्री डिपार्टमेंट की जगह पर छह, मंडी बोर्ड, जेल, राज्य सरकार की जगह पर एक-एक, नहरी विभाग व नेशनल हाईवे की जगह पर दो-दो कंपेक्टर लगाए जाने हैं। स्टेटिक कंपेक्टर में गीला कूड़ा और सूखा कूड़ा के लिए अलग अलग यूनिट लगाए जाएंगे। मेयर बलकार ङ्क्षसह संधू ने बताया कि इस प्रस्ताव को एजेंडे में शामिल किया गया है। सोमवार को होने वाली हाउस की बैठक में इसे पास कर दिया जाएगा।
एटूजेड चलाएगा स्टेटिक कंपेक्टर
नगर निगम स्टेटिक कंपेक्टर लगवाने के बाद उन्हें एटूजेड कंपनी को सौंप देगा। उसके बाद कंपेक्टर चलाने की जिम्मेदारी कंपनी की होगी। कंपेक्टर चलाने में प्रयोग की जाने वाली बिजली का बिल नगर निगम भरेगा। कंपेक्टर लगने के बाद कूड़ा सड़कों पर नहीं रहेगा। कूड़ा कलेक्टर कूड़े के रेहड़े अंदर ले जाएगा और उसके बाद गीले कूड़े और सूखे कूड़े को कंप्रेस्ड किया जाएगा जिससे कूड़ा का भार व आयतन दोनों कम हो जाएंगे और इससे कूड़े का प्रबंधन आसान हो जाएगा।
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