पैसे वापस मांग रही महिला की प्रेमी ने बेटे के साथ मिलकर की थी हत्या, लुधियाना में आठ जून को प्लाट में मिला था रंजू देवी का शव

लुधियाना के ग्यासपुरा के रुद्रा एन्क्लेव में आठ जून की सुबह खाली प्लाट में बोरी में बंद मिले महिला के शव के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। महिला के बार-बार पैसों की मांग से परेशान होकर उसके प्रेमी ने अपने बेटे के साथ मिलकर उसे मारा था।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 12:33 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 12:33 PM (IST)
पैसे वापस मांग रही महिला की प्रेमी ने बेटे के साथ मिलकर की थी हत्या, लुधियाना में आठ जून को प्लाट में मिला था रंजू देवी का शव
लुधियाना में पैसे की मांग से परेशान होकर महिला की प्रेमी ने बेटे के साथ मिलकर की थी हत्या।

लुधियाना, जेएनएन। ग्यासपुरा के रुद्रा एन्क्लेव में आठ जून की सुबह खाली प्लाट में बोरी में बंद मिले 38 वर्षीय महिला रंजू देवी के शव के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। महिला की बार-बार पैसों की मांग से परेशान होकर उसके 40 वर्षीय प्रेमी दिलीप कुमार ने अपने 19 वर्षीय बेटे दीपक के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। थाना साहनेवाल की पुलिस ने शुक्रवार को आरोपित पिता पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। उसने हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू और एक्टिवा स्कूटर भी कब्जे में ले लिए हैं। एडीसीपी जसकिरनजीत सिंह तेजा का कहा है कि दिलीप कुमार भी ग्यासपुरा की सम्राट कालोनी में ही रहता है। वह मूल रूप से बिहार के बकसर जिला के थाना मोहरार के गांव धनौली का रहने वाला है।

मृतका रंजू भी बिहार के जिला अरावल के गांव तेरा की रहने वाली थी। उसका पति उसे छोड़ गया था। पिछले 15 साल से उसके दिलीप कुमार के साथ अवैध संबंध थे। दिलीप कुमार हौजरी का ठेकेदार था। उसके दिए पैसों से ही रंजू ने सम्राट कालोनी में अपना मकान बना लिया था। लाकडाउन में दिलीप को पैसों की जरूरत थी। रंजू ने उसे तीन लाख रुपये उधार दिए थे। अब वह पैसे वापस देने के लिए दिलीप पर दवाब बना रही थी। पैसे नहीं देने पर झगड़ा भी करती थी। उस पर दुष्कर्म का पर्चा दर्ज करवाने की धमकी देती थी। दिलीप के परिवार को पहले रंजू के बारे में पता नहीं था लेकिन जब वह उसके घर तक पहुंच गई तो सभी को उनके अवैध संबंधों के बारे में पता चल गया था।

आरोपित का बेटा दीपक कुमार बिहार में 12वीं में पढ़ता था। लाकडाउन के दौरान वह भी माता-पिता के पास लुधियाना आया हुआ था। उसे भी पता चल गया कि रंजू उसके पिता को परेशान करती है। पिता-पुत्र ने मिलकर उसे ठिकाने लगाने की साजिश रची। दिलीप की पत्नी भी लोगों के घरों में काम करती है। वह सुबह घर से जाती और रात करीब आठ बजे लौटती है। दोनों ने मौका देख सोमवार दोपहर रंजू को घर पर बुला लिया। दीपक ने उसके सिर पर बेसबाल बैट से वार किया जिससे वह बेहोश होकर गिर गई। दिलीप ने चाकू से उसका गला रेत दिया। उसके बाद दोनों शव को बोरी में डाल दिया। खून बाहर निकलता देख आरोपितों ने तीन और बोरियां उस पर लगा दीं। रात को दोनों स्कूटी पर शव रखकर उसने ठिकाने लगाने निकले। उनका इरादा उसे शहर के बाहर किसी वीरान जगह पर फेंकने का था लेकिन रास्ते में सैर कर रहे लोगों को देखकर शव को खाली प्लाट में फेंक दिया।

पूछताछ में बेटी ने लिया था दिलीप का नाम

पूछताछ के दौरान मृतका की बेटी पूनम ने पुलिस को बताया था कि दिलीप का उनके घर में काफी आना जाना था। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल की काल और वाट्सएप की जांच की तो अधिकतर समय उन दोनों के बीच ही काल और बातचीत सामने आई।

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