कौंसिल ने भेजे बेसहारा पशु तो गोशाला की चाबी सौंपने आए प्रबंधक

बुधवार को खन्ना नगर कौंसिल दफ्तर के बाहर शहरवासियों की ओर से बेसहारा पशुओं के मसले पर दिए गए धरना दिया था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 04:00 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 04:00 AM (IST)
कौंसिल ने भेजे बेसहारा पशु तो गोशाला की चाबी सौंपने आए प्रबंधक
कौंसिल ने भेजे बेसहारा पशु तो गोशाला की चाबी सौंपने आए प्रबंधक

जागरण संवाददाता, खन्ना : बुधवार को खन्ना नगर कौंसिल दफ्तर के बाहर शहरवासियों की ओर से बेसहारा पशुओं के मसले पर दिए गए धरने के मामले में वीरवार को इसी मसले पर खन्ना नगर कौंसिल दफ्तर में बवाल हुआ। शहरवासियों की मांग पर खन्ना नगर कौंसिल ने बेसहारा पशुओं को पकड़ना शुरू किया और जैसे ही वे उन्हें लेकर बघौर स्थित गोशाला में पहुंचे तो वहां प्रबंधकों ने उनके प्रवेश पर रोक दिया। इसके बाद प्रबंधक खन्ना नगर कौंसिल दफ्तर पहुंचे और गोशाला की चाबियां और प्रबंधन कौंसिल को सौंपने की पेशकश कर दी। इसके चलते काफी देर तक कौंसिल दफ्तर में हंगामा होता रहा।

जानकारी के अनुसार खन्ना नगर कौंसिल की ओर से बेसहारा पशुओं को गोशाला पहुंचाया गया था। इस पर गोशाला प्रबंधकों की ओर से फंड की कमी के चलते इन पशुओं के रखरखाव में असमर्थता जताई गई। गोशाला प्रधान राजिदर पाल, महासचिव अजय ठाकुर, मुकेश मेहता, ओम प्रकाश ओमी और मुनीष थापर कौंसिल दफ्तर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि कौंसिल उन्हें गोशाला चलाने में कोई मदद नहीं कर रही। इस पर ईओ चरणजीत सिंह और कार्यकारी प्रधान जतिदर पाठक से उनकी बहसबाजी भी हुई। आखिर बाद में पाठक के आश्वासन के बाद गोशाला प्रबंधक लौट गए। उधर, कौंसिल ने भी कुछ दिन के लिए पशुओं को पकड़ कर गोशाला पहुंचाने के अभियान को रोक दिया है।

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फंड के बिना कैसे करें प्रबंधन : मेहता

गोशाला प्रबंधक कमेटी के सदस्य मुकेश मेहता ने कहा कि कौंसिल के पास काऊ सेस के रुपये जमा हैं लेकिन उन्हें मदद नहीं दी जा रही। पशुओं को रख कर वे उन्हें भूखों नहीं मारना चाहते। कौंसिल ने तो केवल जमीन देकर पीछा छुड़वा लिया। उस पर निर्माण लोगों की मदद से किया गया। अब गोशाला चलाने के लिए तो कोई मदद होनी चाहिए। वरना कौंसिल खुद गोशाला का प्रबंधन संभाल ले। उन्हें इस पर कोई एतराज नहीं है।

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कौंसिल की बैठक में लाएंगे प्रस्ताव : पाठक

खन्ना नगर कौंसिल के कार्यकारी प्रधान जतिदर पाठक ने कहा कि गोशाला प्रबंधकों से विचार-विमर्श हो गया है। कौंसिल हर तरह की मदद के लिए तैयार है। काऊ सेस का पैसा उनके पास है, लेकिन वे अकेले इसका आबंटन नहीं कर सकते। इस संबंधी प्रस्ताव खन्ना नगर कौंसिल की बैठक में लाया जाएगा। हाऊस जो फैसला करेगा, उस हिसाब से ही कार्रवाई की जाएगी।

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