CBSE Class 12 Board Exam Cancel: सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद होने से शिक्षक, छात्र व अभिभावक मायूस
CBSE Class 12 Board Exam Cancel शिक्षाविदों का मानना है कि परीक्षा के आयोजन के लिए दूसरे विकल्प भी हो सकते थे। कुछ स्कूलों के प्रिंसिपल का कहना है कि अगर परीक्षा रद ही करनी थी तो फैसले में इतनी देर क्यों लगाई गई।
लुधियाना, जेएनएन। CBSE Class 12 Board Exam Cancel: सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजूकेशन (सीबीएसई) 12वीं की परीक्षा मंगलवार शाम को रद करने के फैसले से शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकाें में मायूसी हैं। हालांकि सभी ने छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता बताया लेकिन साथ में परीक्षा का दूसरा विकल्प न दिए जाने पर नाराजगी भी जताई।
शिक्षाविदों का मानना है कि परीक्षा के आयोजन के लिए दूसरे विकल्प भी हो सकते थे। कुछ स्कूलों के प्रिंसिपल का कहना है कि अगर परीक्षा रद ही करनी थी तो फैसले में इतनी देर क्यों लगाई गई। अब छात्र उच्च शिक्षा में कैसे प्रवेश ले पाएंगे। अब आगे क्या होगा इस बारे में कुछ पता नहीं है।
समय कम किया जा सकता था : डा. शाही
बीसीएम स्कूल बसंत ऐवन्यू दुगरी की प्रिंसिपल डा. वंदना शाही का कहना है कि सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद कर दी जाएगी इसका कोई अनुमान नहीं था। छात्रों की सुरक्षा का प्रबंध कर भी परीक्षा करवाई सकती थी। परीक्षा की अवधि कम की जा सकती थी। इस वक्त स्कूल खाली हैं। शारीरिक दूरी आसानी से बनाई जा सकती थी।
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फैसला करने में इतनी देर क्यों?
कुंदन विद्या मंदिर स्कूल की प्रिंसिपल नविता पुरी का कहना है कि परीक्षा रद करने का फैसला सही नहीं है। 12वीं की परीक्षा रद करने का फैसला 10वीं की परीक्षा रद करने के फैसले के साथ ही कर देना चाहिए था। अब आगे छात्रों की एडमिशन कैसे होगी यह पता नहीं।
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परीक्षाएं आसानी से हो सकती थी आयोजित
डीएवी पब्लिक स्कूल बीआरएस नगर की प्रिंसिपल जसङ्क्षवदर सिद्धू का कहना है कि सीबीएसई 12वीं की परीक्षा का आयोजन आसानी से किया जा सकता था। अब बहुत देरी से परीक्षा रद करने का फैसला किया गया है।
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अच्छे कालेज में मैरिट पर मिलती है एडमिशन
परीक्षाएं रद कर दी गई हैं। समझ नहीं आ रहा कि इस पर क्या कहूं। 12वीं के बाद अच्छे कालेजों में दाखिला मैरिट के आधार पर मिलता है। अब परीक्षा नहीं होगी तो आगे कैसे होगा कुछ पता नहीं है। - दिवा गिल, छात्रा
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परीक्षाएं होती तो अच्छा रहता
परीक्षा हो जाती तो बेहतर रहता। परीक्षा होने पर वास्तिवक डिग्री मिलती लेकिन अब कोविड का टैग परीक्षा रद होने में शामिल हो जाना है। - हरमनप्रीत सिंह, छात्र
होनी चाहिए थी परीक्षा
मैं परीक्षा होने के पक्ष में था। 12वीं के साथ प्रतियोगी परीक्षा जेईई मेंस भी दे रहा था। दो बार कोशिश की है। दो और मौके हैं लेकिन इससे पहले अब असमंजस में पड़ गया हूं। - गुरअंजन सिंह, छात्र
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असमंजस में अभिभावक, फैसले से लगा धक्का :
परमजीत कौर कहती हैं कि परीक्षा रद होने के फैसले से धक्का लगा है। मेरी बेटी हमेशा क्लास में टाप करती आई है। परीक्षा रद होने से उसे भी काफी निराशा हुई है।
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वीना गर्ग का कहना है कि सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा होनी चाहिए थी। बच्चों को बारहवीं के बाद सीट अंकों के आधार पर ही मिलती है। इस फैसले से मायूसी हुई है।
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अभिभावक मीरा चावला के अनुसार परीक्षा से ही बेहतर जजमेंट हो सकती थी। बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से सोचती हूं तो यह फैसला सही है। मेरे परिवार ने पहले भी कोविड का दंश झेला है।