सरकारी दफ्तरों में लटके ताले, बैरंग लौटी पब्लिक

छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के विरोध में वीरवार को तमाम सरकारी दफ्तरों के मुलाजिमों ने सामूहिक छुट्टी कर कामकाज ठप रखा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 06:00 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 06:00 AM (IST)
सरकारी दफ्तरों में लटके ताले, बैरंग लौटी पब्लिक
सरकारी दफ्तरों में लटके ताले, बैरंग लौटी पब्लिक

जागरण संवाददाता, लुधियाना : छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के विरोध में वीरवार को तमाम सरकारी दफ्तरों के मुलाजिमों ने सामूहिक छुट्टी कर कामकाज ठप रखा। मुलाजिम सरकार के खिलाफ पटियाला में आयोजित रैली में शामिल हुए। सरकारी दफ्तरों में ताले लटके रहे और लोग बैरंग लौटने को मजबूर हुए। नगर निगम, आरटीए दफ्तर, ड्राइविग टेस्ट ट्रैक, सब रजिस्ट्रार दफ्तर और खजाना दफ्तर पहुंचे लोग सबसे अधिक परेशान हुए। नगर निगम में तो सुविधा सेंटरों में काम नहीं हुआ। मुलाजिमों के सामूहिक छुट्टी पर होने के कारण अधिकतर अधिकारियों ने भी दफ्तर से दूरी बनाए रखी।

नगर निगम के चारों जोन में सुविधा सेंटर भी बंद रहे। जोन सी में तो दफ्तर का ताला तक नहीं खोला गया। जोन ए, बी और डी में भी कोई मुलाजिम दफ्तर नहीं पहुंचा। हालांकि शहर में कूड़े की लिफ्टिंग जारी रही। नगर निगम के चारों जोन और 16 सब जोन में रोजाना औसतन पांच से छह हजार लोग काम करवाने आते हैं। वीरवार को कोई काम नहीं हो पाया। डीसी दफ्तर में भी यही हाल रहा। मुलाजिम सामूहिक छुट्टी लेकर पटियाला में हो रही रैली में गए थे। यहां, डीसी दफ्तर के सेवा केंद्रों में काम चलता रहा। खजाना दफ्तर में भी कोई काम नहीं हुआ। यहां भी रोजाना 600 से 700 लोग काम करवाने आते हैं। आरटीए दफ्तर के गेट पर भी सुबह से ही ताला लटका रहा। आरटीए के ड्राइविग टेस्ट ट्रैक पर सुबह से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे लेकिन सभी को मायूस होकर लौटना पड़ा। चंडीगढ़ रोड स्थित एसडीएम का ड्राइविग टेस्ट ट्रैक खुला रहा लेकिन कोई मुलाजिम मौजूद नहीं था। दोनों ट्रैक पर रोजाना औसतन करीब 600 लोग पहुंचते हैं। सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में भी यही आलम रहा। सब रजिस्ट्रार दफ्तर में एक दिन में करीब 400 करीब रजिस्ट्रियां होती हैं। इन लोगों को अब दोबारा आवेदन करना होगा।

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डेढ़ साल से छह बार ली अनुमति, नहीं बना लाइसेंस

गोबिदगढ़ से एसडीएम के ड्राइविग टेस्ट ट्रैक पर लाइसेंस बनवाने पहुंचे सिकंदर डेढ़ साल से चक्कर लगा रहे हैं। आज तक उनका लाइसेंस नहीं बन पाया है। जब भी वह लाइसेंस बनवाने आते हैं तो कोई न कोई दिक्कत आ जाती है। कभी सर्वर बंद हो जाता है तो कभी हड़ताल हो जाती है। बुधवार को उसका लाइसेंस के लिए टेस्ट हो गया था। जब फोटो की बारी आई तो सर्वर में दिक्कत आ गई। मुलाजिमों ने वीरवार को आने के लिए कहा लेकिन यहां पर सभी हड़ताल पर हैं।

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हड़ताल की जानकारी दो घंटे बाद मिली :

जीटीबी नगर के हर्षवर्धन पक्का लाइसेंस बनाने के लिए लंबे समय से ट्रैक के चक्कर लगा रहे हैं। सुबह जब ट्रैक पर पहुंचे तो किसी को पता नहीं था कि आज हड़ताल है। दो घंटे तक इंतजार करने के बाद पता चला कि आज काम नहीं होगा। सभी लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ा।

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जब भी आता हूं हड़ताल हो जाती है :

गुरु अर्जुन देव नगर के रहने वाले रजनीश भी लाइसेंस बनवाने पहुंचे थे। इससे पहले वे दो बार आवेदन कर चुके हैं और दोनों बार उस दिन मुलाजिमों की हड़ताल हो गई। वीरवार को तीसरी बार स्वीकृति मिली थी लेकिन एक बार फिर मुलाजिमों की हड़ताल हो गई।

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