गोद ली लड़की पर मासी 16 साल से कर रही थी अत्याचार, संस्था ने मुक्त करवाया
गोद ली गई बेटी के साथ मारपीट करने वाले सौतेली मां के खिलाफ थाना सदर पुलिस ने जीरो एफआरआइ दर्ज की है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : महिला द्वारा गोद ली गई बच्ची के साथ आमनवीय अत्यातार करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यदि पड़ोसी उसके साथ हर रोज होने वाली मारपीट की वीडियो न बनाते तो शायद यह मामला कभी भी सामने नहीं आता। युवती के पड़ोस में रहने वाले परिवार व चाइल्ड केयर संस्था की मदद से आखिर वो बच्ची अपने असली माता-पिता तक पहुंच गई। इस मामले में थाना सदर पुलिस ने आरोपित महिला के खिलाफ जीरो एफआइआर दर्ज करके उस पर कार्रवाई करने के लिए भिवानी पुलिस के पास भेज दिया है।
थाना सदर पुलिस के एसएचओ जगदेव सिंह ने बताया कि महिला की पहचान भिवानी (हरियाणा) स्थित चुखान गली की ऊषा देवी के रूप में हुई। पुलिस ने थ्रीके सूआ रोड स्थित कशिश इंक्लेव के रहने वाले पवन कुमार गुप्ता की शिकायत पर उसके खिलाफ केस दर्ज किया है।
उसने पुलिस को बताया कि ऊषा देवी उसकी साली है। शादी के कई साल बाद भी उसे औलाद नहीं हुई। पवन कुमार के घर दो बच्चों के बाद 1996 में बेटी प्रियंका ने जन्म लिया। 2000 में अपने साढ़ू के कहने पर पवन ने वो बच्ची गोदनामा लिखवा कर उसे गोद दे दी। मगर 2004 में उसके साढ़ू की मौत हो गई। तभी से उसकी बेटी के साथ जुल्म की कहानी शुरू हो गई।
पड़ोसियों द्वारा बनाए वीडियो से हुआ मारपीट की खुलासा पवन कुमार ने बताया कि ऊषा देवी लड़की के साथ कई साल तक मारपीट करती रही। साढ़ू की मौत के बाद उनका वहां आना जाना कम हो गया। पवन व उसकी पत्नी जब भी ऊषा के घर जाते तो उन्हें लगता कि प्रियंका बेहद उदास है। वो चुपचाप जुल्म सह रही थी। लड़की के रोने की आवाज सुन कर पड़ोस में रहने वाला एक परिवार बेहद परेशान था। जवान बेटी के साथ मारपीट देख उनसे रहा नहीं गया। एक दिन उन लोगो ने प्रियंका के साथ हुई मारपीट की वीडियो बनाई। उसके बाद किसी तरह से उसके असल पिता पवन कुमार का पता हासिल करके उनके मोबाइल पर वो वीडियो भेज दिया। चाइल्ड संस्था के माध्यम से मां बाप के घर पहुंची प्रियंका
इस मामले में प्रियंका के पड़ोस में रहने वाले परिवार ने भिवानी की चाइल्ड केयर संस्था से की। संस्था के पदाधिकारी तथा पड़ोस में रहने वाले लोगों की मदद से पवन कुमार अपनी बेटी प्रियंका को अपने घर ले आए। यहां पहुंचने पर प्रियंका ने अपने साथ हुए जुल्मों के बारे में उन्हें जानकारी दी। अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए पवन कुमार ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी। जिसके बाद पुलिस ने जीरो एफआइआर दर्ज करके भिवानी पुलिस को भेज दी है।