लुधियाना के कूंमकलां सरकारी अस्पताल के एसएमओ के खिलाफ भड़का स्टाफ, दुर्व्यवहार व जातीसूचक शब्द बोलने के अरोप

लुधियाना में साहनेवाल अधीन पड़ते कूंमकलां सरकारी अस्पताल में एसएमओ डा. राज कुमार कौड़ा के खिलाफ पैरा-मैडीकल स्टाफ व अन्य कर्मचारियों ने धरना दे दिया। रोष धरने में बैठे सेहत विभाग के मुलाजिम अमरिंदर सिंह ने बताया कि ड्यूटी दौरान एसएमओ ने उनके साथ दुर्वयवहार करता है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 07:17 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 07:51 AM (IST)
लुधियाना के कूंमकलां सरकारी अस्पताल के एसएमओ के खिलाफ भड़का स्टाफ, दुर्व्यवहार व जातीसूचक शब्द बोलने के अरोप
लुधियाना के कूंमकलां सरकारी अस्पताल में एसएमओ के खिलाफ नारेबाजी करते स्टाफ सदस्य।

संवाद सहयोगी, श्री माछीवाड़ा साहिब (लुधियाना)। लुधियाना में साहनेवाल अधीन पड़ते कूंमकलां सरकारी अस्पताल में उस समय हंगामा हो गया जब यहां तैनात एसएमओ डा. राज कुमार कौड़ा के खिलाफ पैरा-मैडीकल स्टाफ व अन्य कर्मचारियों ने धरना दे दिया। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त अधिकारी उन के साथ दुर्व्यवहार करता है और जातीसूचक शब्द बोल कर बेइज्जत करता है। रोष धरने में बैठे सेहत विभाग के मुलाजिम अमरिंदर सिंह ने बताया कि ड्यूटी दौरान एसएमओ ने उनके साथ दुर्वयवहार करता है और पुलिस के उच्च अधिकारियों के साथ अपने नजदीकी संबंध होने का रोब डाल धमकियां भी देता है। उन्होंने आरोप लगाया कि वह अनुसूचित श्रेणी के व्यक्तियों को जातीसूचक शब्द भी बोलता है जिस के साथ मानवता का सिर झुकता है।

अमरिंदर सिंह ने कहा कि उस के साथ व अन्य पैरा-मैडीकल स्टाफ के साथ हो रही ज्यादतियों को ले कर उन को अपने अधिकारी खिलाफ रोष धरना देना पड़ा जिस में इलाके के लोगों व अन्य संस्थाओं ने भी योगदान दिया। इस संबंधित सेहत विभाग के कर्मचारी दरबारा सिंह ने आरोप लगाया कि एसएमओ कई कर्मचारियों के काम में दखल अंदाजी भी करते हैं और जो अनुसूचित जाति से संबंधित कर्मचारी हैं उन के साथ भी व्यवहार अच्छा नहीं करते। स्टाफ ने सेहत विभाग के उच्च आधिकारियों से मांग की कि अनुसूचित जाति शब्द बोलने पर एसएमओ के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर यहां से इसका तुरंत तबादला किया जाए। इस रोष धरने में पंजाब सीटू के महा सचिव कामरेड अमरनाथ कूंमकलां पहुंचे जिन्होंने पैरा-मैडीकल स्टाफ का साथ देते कहा कि यदि सरकार ने सेहत कर्मचारियों को इंसाफ न दिलाया व एसएमओ के खिलाफ कार्यवाही न की तो ओर सामाजिक जत्थेबंदियों को ले कर तीखा संघर्ष शुरु किया जाएगा।

एसएमओ ने अरोप नकारे

जब इस संबंधित एसएमओ डा. राज कुमार कौड़ा से बात की तो उन्होंने अपने स्टाफ की तरफ से जातीसूचक शब्द बोलने के अरोप नकारे और पत्रकारों से भी सीधे मुंह बात न की। पत्रकारों की तरफ से पूछे अन्य सवालों का तसल्लीबख्श जवाब देने की बजाय वह कार में बैठ अस्पताल में से चले गए।

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