साल 2011 का रिकार्ड गुम, रिन्यू नहीं हो रहे ड्राइविंग लाइसेंस
अगर आपने 2011 में लाइसेंस बनवाया है या फिर रिन्यू करवाया है तो हो सकता है रिजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी (आरटीए) आपका लाइसेंस रिन्यू करने से मना कर दे। कारण आरटीए दफ्तर से ड्राइविग लाइसेंस रिकार्ड के पांच रजिस्टर करीब चार साल से गुम हैं। यह सभी रजिस्टर 2011 के ही बताए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : अगर आपने 2011 में लाइसेंस बनवाया है या फिर रिन्यू करवाया है तो हो सकता है रिजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी (आरटीए) आपका लाइसेंस रिन्यू करने से मना कर दे। कारण, आरटीए दफ्तर से ड्राइविग लाइसेंस रिकार्ड के पांच रजिस्टर करीब चार साल से गुम हैं। यह सभी रजिस्टर 2011 के ही बताए जा रहे हैं। जिनके लाइसेंस का रिकार्ड गुम रजिस्टरों में दर्ज है, आरटीए दफ्तर के कर्मचारी उनका लाइसेंस रिन्यू नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों को सीधा नया लाइसेंस बनवाने की सलाह दी जा रही है। वहीं आवेदकों का कहना है कि जब उनके पास विभाग की तरफ से जारी लाइसेंस पहले से है तो वो नए सिरे से लाइसेंस क्यों बनवाएं।
चार साल पहले ड्राइविग लाइसेंस रिकार्ड के रजिस्टर गुम होने के बाद कर्मचारियों ने पुलिस के पास डीडीआर लिखवाई और उसके बाद उन रजिस्टरों को ढूंढने की कोशिश नहीं की गई। यह मामला दबा रहा। अब दस साल बाद जब कुछ लोग अपना लाइसेंस रिन्यू करवाने आरटीए दफ्तर आए तो पता चला कि जिस रजिस्टर में उनका लाइसेंस रिकार्ड है वह गुम हो चुका है। उनमें करीब पांच हजार लोगों का रिकार्ड दर्ज है।
मंगली उच्ची निवासी अजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने 29 अगस्त 2011 में अपना लाइसेंस बनवाया था, जो नौ सितंबर 2021 तक मान्य था। उसने बताया कि जब वह अगस्त में अपना लाइसेंस रिन्यू करवाने आया तो क्लर्कों ने उसका आवेदन ले लिया। जब वह लाइसेंस लेने आया तो उसे कहा गया कि लाइसेंस का रिकार्ड जिस रजिस्टर में दर्ज है, वह गुम है। इसलिए लाइसेंस रिन्यू नहीं हो सकता। अजीत सिंह ने बताया कि जब उन्होंने कर्मचारियों से इसके हल की बात पूछी तो उन्होंने कह दिया कि नए सिरे से लाइसेंस बनवाएं। उसने बताया कि वह कई बार चक्कर लगा चुका है, लेकिन उसका लाइसेंस रिन्यू नहीं हो रहा है।
::::::::
यह मामला मेरे ध्यान में नहीं है। रिकार्ड गुम होने की स्थिति में लाइसेंस रिन्यू कैसे होगा, इस पर उच्च अधिकारियों से विचार विमर्श किया जाएगा। उसके बाद कोई हल निकाला जा सकेगा।
- नरिदरपाल सिंह धालीवाल, सेक्रेटरी, आरटीए लुधियाना