एसएमओ ने अदालत में माना, गुम हुआ सैम्पल; संबंधित अधिकारी तलब
पिता पुत्र समेत तीन लोगों को सदर थाना में निर्वस्त्र करने के मामले में आरोपित बलजिंदर सिंह की दोबारा ली गई कोरोना रिपोर्ट के गुम होने की बात सेहत विभाग ने मान ली है।
सचिन आनंद, खन्ना : पिता पुत्र समेत तीन लोगों को सदर थाना में निर्वस्त्र करने के मामले में आरोपित बलजिंदर सिंह की दोबारा ली गई कोरोना रिपोर्ट के गुम होने की बात सेहत विभाग ने मान ली है। हालांकि, दैनिक जागरण ने शुक्रवार के अंक में ही इसका खुलासा कर दिया था। लेकिन, अब एसएमओ खन्ना डॉ. राजिंदर गुलाटी की तरफ से जज अरूण गुप्ता की अदालत को जानकारी दी गई है कि उन्हें पटियाला लैब से सूचना मिली है कि उन्हें सैम्पल नहीं मिला है। इसके चलते दोबारा सैम्पल मांगा गया है।
खन्ना की अदालत ने इस पर सख्त रुख रुख करते हुए लुधियाना सिविल अस्पताल के सम्बंधित अधिकारी (सम्भवत: नोडल अफसर) को रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अदालत के समक्ष पेश होने के आदेश दिए हैं। एसएमओ ने अदालत को लिखे पत्र के साथ लैब से मिली जानकारी और उसके बाद एसएमओ द्वारा सिविल सर्जन को लिखे पत्र को भी अदालत के समक्ष रखा है। अदालत में पीड़ित पक्ष की तरफ से एडवोकेट गुनिदर सिंह बराड़ वीसी के जरिए पेश हुए। इसके अलावा अदालत में आरोपित बलजिंदर सिंह की तरफ से भी एक अर्जी लगाई गई थी। इसमें उससे संबंधित मामलों की सुनवाई के दौरान उसे भी पार्टी बनाने की मांग की गई। उसने दोबारा सैंपल लेने संबंधित अर्जी की सुनवाई के दौरान उसे नहीं बुलाने का जिक्र इसमें किया है। पीड़ितों के वकील गुनिदर बराड़ ने कहा कि उन्हें इस पर कोई एतराज नहीं। इस पर अदालत ने इसे मंजूरी दे दी। पीड़ित पक्ष की एफआइआर दर्ज करने की मांग
कोरोना सैंपल गुम होने के मामले में पीड़ित पक्ष के वकील गुनिदर बराड़ की तरफ से जिम्मेदार लोगों पर एफआइआर दर्ज करने की मांग की गई। उनका कहना था कि यह अदालत के आदेश का भी उल्लंघन हैं। अदालत ने इसे भी गंभीरता से लेते हुए खन्ना के एसपी (एच) तेजिदर सिंह संधू, एसएचओ सिटी 1 सिकंदर सिंह और जांच अधिकारी एएसआई जगतार सिंह को नोटिस जारी कर रविवार को ही रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
अच्छी तरह पैक कर भेजा था सैम्पल
एसएमओ डॉ. गुलाटी ने अदालत को बताया कि 19 तारीख को सैम्पल को अच्छी तरह से पैक और लेबल लगाकर भेजा गया था। इसके लिए स्पेशल मैसेंजर को लुधियाना सिविल अस्पताल भेजा गया। 24 सितंबर को उन्हें 19 तारीख को भेजे गए सभी सैंपल की रिपोर्ट मिल गई, लेकिन बलजिदर सिंह की रिपोर्ट नहीं मिली। उसी दिन उन्होंने इस संबंधी सिविल सर्जन लुधियाना को पत्र लिखकर सूचना दी। उसके बाद 24 सितंबर की शाम को खन्ना सिविल अस्पताल के नोडल अफसर को व्हाट्सएप पर रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में जीएमसी पटियाला के एसोसिएट प्रोफेसर की तरफ से लिखा गया था कि उन्हें सैंपल नहीं मिले हैं। इसके अलावा एसएमओ ने यह भी बताया कि कोरोना पॉजिटिव गिरफ्तार व्यक्ति को लेकर सरकार की नई डिस्चार्ज पॉलिसी के तहत बलजिदर सिंह को अब डिस्चार्ज किया जाना बनता है। उसे 17 दिन आइसोलेशन में हो गए हैं।