पाप बढ़ने पर अवतरित होते हैं भगवान : अवधेश पांडेय
जब-जब पृथ्वी पर असुर एवं राक्षसों के पापों का आतंक व्याप्त होता है तब-तब भगवान विष्णु किसी न किसी रूप में अवतरित होते हैं।
संसू, लुधियाना : जब-जब पृथ्वी पर असुर एवं राक्षसों के पापों का आतंक व्याप्त होता है, तब-तब भगवान विष्णु किसी न किसी रूप में अवतरित होते हैं। यह बात ग्यासपुरा के जीटीबी नगर में पूर्वांचल श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के सानिध्य में चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में पंडित अवधेश पांडेय ने कही। उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु ने अभी तक 23 अवतार धारण किए हैं। इन अवतारों में उनके सबसे महत्वपूर्ण अवतार श्रीराम और श्रीकृष्ण के ही माने जाते हैं। जब उन्होंने नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की.. गीत सुनाया तो पूरा पंडाल झूम उठा।
इस मौके पर मुख्य आयोजक संजय गुप्ता, विशेष सहयोगी विनेश वर्मा, निर्मल शाह, विजय तिवारी, सोनू गुप्ता, राजीव कुमार सिंह, राम तीर्थ पाल, कृष्णा पंडित, न्यू रामनगर क्लब के सियाराम, सुबोध चौहान दयाराम, राकेश मिश्रा, नीरज झा, हिमाचल तिवारी राम, अवध प्रकाश, चंदन झा धीरू, बीएस ठाकुर, राम चंद्र दुबे, अवध प्रकाश पांडे मौजूद रहे।