फील्डगंज मार्केट में दुकानदारों को त्योहारी सीजन से आस, पर कोरोना की तीसरी लहर का डर

कोरोना की दूसरी लहर से उबरने के बाद त्योहारी सीजन से दुकानदारों को कारोबार बढ़ने की उम्मीद है लेकिन कोरोना की तीसरी लहर दुकानदारों को डरा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 07:22 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 07:22 AM (IST)
फील्डगंज मार्केट में दुकानदारों को त्योहारी सीजन से आस, पर कोरोना की तीसरी लहर का डर
फील्डगंज मार्केट में दुकानदारों को त्योहारी सीजन से आस, पर कोरोना की तीसरी लहर का डर

राजेश भट्ट/ कुलदीप काला, लुधियाना : कोरोना की दूसरी लहर से उबरने के बाद त्योहारी सीजन से दुकानदारों को कारोबार बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर दुकानदारों को डरा रही है। कोरोना के बाद फील्डगंज मार्केट के दुकानदारों का कारोबार धीरे धीरे पटरी पर आ रहा, लेकिन दुकानदार त्योहारी सीजन के लिए स्टाक रखने के लिए डर रहे हैं। दुकानदारों को डर है कि उन्होंने स्टाक भर लिया और फिर कोरोना की संभावित तीसरी लहर आई तो उनको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। फील्डगंज की अंदरूनी मार्केट में ग्रामीण क्षेत्रों के दुकानदार सामान खरीदने आते हैं। कोरोना के बाद से बाजार में कोरोबार की स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं हैं। दुकानदारों का कहना है कि जो भी व्यापारी आ रहे हैं वह थोड़ा थोड़ा सामान लेकर जा रहे हैं। कोई भी पैसा बाहर निकालने को तैयार नहीं है। जिसकी वजह से होल सेलरों के साथ साथ रिटेलरों को भी नुकसान झेलना पड़ रहा है।

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मेरा आभूषण बनाने का काम है। कोरोना के बाद हालात सुधर रहे हैं और अब त्योहारी सीजन से काफी उम्मीदें है। धीरे धीरे लोगों का फ्लो बढ़ने लगा है लगता है कि त्योहारी सीजन में लोग खरीददारी करेंगे और हमारा कारोबार चलेगा।

- महेंद्र सिह कास्मेटिक के कारोबार में कोरोना के कारण बहुत डाउन फाल आया है। आगे भी उम्मीद नहीं है कि उनका काम चल सकेगा। 15 से 20 हजार वाले काउंटर अब 2000 रुपये प्रति दिन पर सिमट कर रह गए।

- शिवम अरोड़ा इस मार्केट में गांवों से दुकानदार सामान लेते हैं। होल सेल के साथ रिटेल मार्के है। गांवों के दुकानदार भी अभी थोड़ा थोड़ा सामान लेकर जा रहे हैं। जिसकी वजह से दुकानदारी चौपट हो गई।

- अरुण अरोड़ा कोरोना के बाद लोगों में पैसे का फ्लो कम हो गया। लोग इसलिए पैसे खर्च करने से डर रहे हैं। कपड़े के कारोबार को तो बड़ी चोट लगी है। अब लोग कोरोना की तीसरी लहर से डर रहे हैं। कारोबार मंदी की मार झेल रहे हैं।

- जसबीर सिंह कोरोना के कारण स्कूल समय पर नहीं खुले और लोगों ने अपने बच्चों के लिए स्कूल बैग नहीं खरीदे। गांवों के दुकानदारों से इस बार स्कूल बैग की डिमांड ही नहीं आई। जिससे हमारा कारोबार ठंडा है।

- कपिल चोपड़ा इस बाजार में इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा छोटे छोटे दुकानदारों की भीड़ होती थी। इस बार ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है। उम्मीद की जा रही है यह त्योहारी सीजन अच्छा निकलेगा लेकिन कोरोना की तीसरी संभावित लहर फिर लोगों को डरा रही है।

- गोरा आहूजा कारोबार का क्या होगा यह समझ से परे है। इस बाजार में लोगों की भीड़ होती थी और दुकानदारों को फुरसत नहीं होती थी। लेकिन अब हालात उल्टे हो गए हैं। कोरोना जब तक खत्म नहीं होता कारोबार के लिए मुश्किलें पैदा करता रहेगा।

- लक्की फील्डगंज मार्केट की गलियों में लोग अच्छा कारोबार करते रहे हैं। लेकिन कोरोना के बाद से कारोबार का सिस्टम ही बदल गया है। मेरा स्कूल बैग व अन्य बैग का काम है। इनकी डिमांड तो एकदम कम हो गई। कारोबार मुश्किल से चल रहा है।

- सुरिदर सिह अब बाजार उभरने लगा है और ग्राहक धीरे धीरे बढ़ने लगे हैं। लेकिन ग्राहक ने खर्च करने की क्षमता कम कर दी। लोग कोरोना की तीसरी लहर से डर रहे हैं। इसलिए कोई भी स्टाक रखने को तैयार नहीं है।

- बाबी भगत

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