सिविल अस्पताल की सुरक्षा राम भरोसे, ढाई सौ मरीजों की क्षमता वाले अस्पताल में सिर्फ पांच गार्ड

वहीं दूसरी तरफ अस्पताल की पुलिस चौकी में कुल चार मुलाजिम है। जिनमें से रात को सिर्फ एक मुलाजिम चौकी में मौजूद होता है। ऐसे में पूरे अस्पताल की सुरक्षा तो राम भरोसे रही। बता दें कि सिविल अस्पताल में 250 मरीजों की श्रमता है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:17 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:17 AM (IST)
सिविल अस्पताल की सुरक्षा राम भरोसे, ढाई सौ मरीजों की क्षमता वाले अस्पताल में सिर्फ पांच गार्ड
यहां रोज़ाना सैकड़ों लोग जांच करवाने आते थे, वहीं अस्पताल में मरीजों के लिए बेड भी उपलब्ध नहीं थे।

लुधियाना, अश्वनी पाहवा। लुधियाना का सिविल अस्पताल जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है, यहां रोज़ाना सैकड़ों मरीज तथा उनके तीमारदार आते है। अस्पताल प्रशासन द्वारा इन सैकड़ों मरीजों की सुरक्षा के लिए केवल पांच सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए है। वहीं, दूसरी तरफ अस्पताल की पुलिस चौकी में कुल चार मुलाजिम है। जिनमें से रात को सिर्फ एक मुलाजिम चौकी में मौजूद होता है। ऐसे में पूरे अस्पताल की सुरक्षा तो राम भरोसे रही।

आपको यह बता दें कि सिविल अस्पताल में 250 मरीजों की श्रमता है। जिसमें जच्चा-बच्चा विभाग, नशा मुक्ति केंद्र भी मौजूद है। वहीं पिछले नौ महीने से देश भर में कोरोना वायरस के चलते यह अस्पताल का जिले का मुख्य अस्पताल बनाया गया था। यहां रोज़ाना सैकड़ों लोग जांच करवाने आते थे, वहीं इन दिनों अस्पताल में मरीजों के लिए बेड भी उपलब्ध नहीं थे। हैरानी वाली बात है कि जिले के सबसे बड़ा अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा के लिए महज पांच सिक्योरिटी गार्ड ही लगाए गए है।

चार माह में पांच बार हुई चोरी

पिछले चार माह में अस्पतालों में चोरों ने पांच वारदातों को अंजाम दिया है। जिसमें चोरों ने कोरोना वार्ड से एलसीडी गायब कर दी। दूसरे मामले में अस्पताल में डाली गई 50 फुट बिजली की तार ले गये। तीसरे व चौथे मामले में अस्प्ताल में भर्ती मरीजों के वार्ड में से मोबाइल फोन चोरी हो गए। इसका अभी तक कुछ भी पता नहीं चल सका। पांचवें मामले में अस्पताल के जेनरेटर की बैटरी चोरी हो गई। अस्पताल प्रशासन ने उक्त सभी मामलों की शिकायत तो दी, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ में कुछ भी नहीं लगा।

अस्पताल में चार पुलिस मुलाजिम व 11 सिक्योरिटी गार्ड

अस्पताल की सुरक्षा के लिए सिविल अस्पताल की पुलिस चौकी में चार मुलाजिम है। इसमें से एक चौकी इंचार्ज, एक एएसआइ, एक मुंशी व एक सिपाही है। इसके अलावा अस्पताल में कुल 11 सिक्योरिटी गार्ड है। जिसमें से पांच सुबह व 5 रात को होते है, वहीं एक सिक्योरिटी गार्ड राउंड पर होता है।

पहले भी चोरों ने कई बार किया अस्पताल में हाथ साफ

इससे पहले भी अस्पताल में चोरों ने कई बार हाथ साफ किये है। चोर अस्पताल में आने वाले गरीब मरीजों को निशान बनाते थे। यहां वे उनके मोबाइल फोन, पैसे व साइकिल चोराते है। अस्पताल में करीब 10 महीने पहले एक नवजात बच्ची को भी चुराया गया था, जिसे पुलिस ने कुछ दिनों बाद रिकवर करके परिजनों को सौंपा था।

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