लुधियाना के प्राचीन मंदिरों में शुमार संगला वाला शिवाला लोगों की आस्था का केंद्र, सड़क को मिला शिवाला का नाम
शहर के पुराने मंदिराें में शुमार संगला वाला शिवाला में भक्ताें की अगाध अास्था है। अब शिवाला के आसपास ही शहर बस गया है। यह क्षेत्र शहर के पुराने हिस्से के केंद्र में था।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। संगला वाला शिवाला शहर के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। यहां पर भगवान भोलेनाथ का स्वयंभू शिवलिंग है। इसलिए यह मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है। संगला वाला शिवाला मंदिर शहर में शिवाला के नाम से प्रसिद्धा है। जैसे जैसे शहर बढ़ता गया तो शिवाला के आसपास ही शहर बस गया। यह क्षेत्र शहर के पुराने हिस्से के लगभग केंद्र में था।
शिवाला तक पहुंचने के लिए जिस सड़क का इस्तेमाल किया जाता है उसको शुरू में शिवाला रोड कहा गया। बाद में यह सड़क इसी नाम से प्रसिद्ध हो गई और नगर निगम के रिकार्ड में भी सड़क का नाम शिवाला रोड हो गया। शिवाला रोड घड़े वाले चौक से शुरू होकर निक्कामल चौक तक है। सड़क की लंबाई करीब 800 मीटर है। चौड़ा बाजार व डिवीजन नंबर तीन की तरफ से संगला वाला शिवाला जाने के लिए निक्कामल चौक से शिवाला रोड पर मुड़ते हैं।
इसी तरह सीएमसी की तरफ से या रेलवे स्टेशन की तरफ से संगला वाला शिवाला जाने के लिए घड़ेवाले चौक से मुड़ते हैं। इस रोड पर होजरी का कारोबार है और यही नहीं यहां पर एक बहुत पुरानी धर्मशाला भी है जिसमें बाहर से आने वाले व्यापारी ठहराकरते थे।
मैं बचपन से इस इलाके में बचपन से रहता हूं। संगला वाला शिवाला होने के कारण इस सड़क का नाम शिवाला रोड है। शहर के किसी भी कोने में शिवाला रोड पूछ लें तो वह सीधे यहां के बारे में जानकारी दे देगा। मैंने बचपन से इस सड़क का नाम शिवाला रोड ही सुना है।-अमरीश शर्मा, स्थानीय निवासी
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संगला वाला शिवाला शहर के प्रमुख मंदिरों में से एक है। मंदिर को भी ज्यादातर लोग शिवाला के नाम से जानते हैं। यहां रोजना सैकड़ों की तादात में लोग आते हैं। मंदिर की प्रसिद्धि के कारण ही इस सड़क का नाम शिवाला रोड है। मैंने शुरू से इस सड़क का नाम शिवाला रोड ही सुना है।-अमित कुमार, स्थानीय निवासी