Punjab Power Crisis: पंजाब में कोयले की कमी से नहीं, कमजाेर मैनेजमेंट के कारण आया बिजली संकट: सुखबीर
Punjab Power Crisis सुखबीर बादल ने कहा कि सूबे के चौतरफा विकास के लिए विजन फैसले लेने की क्षमता एवं आईडियाज की जरूरत है। लेकिन मौजूदा सरकार इसमें अक्षम है। सुखबीर ने कहा कि पंजाब में बनाए गए थर्मल प्लांट निजी नहीं बल्कि सरकार के हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Punjab Power Crisis: शिरोमणि अकाली दल के प्रधान एवं पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने दावा किया है कि पंजाब में बिजली का संकट कोयले की कमी से नहीं, बल्कि सरकार के कमजोर प्रबंधन की वजह से आया। पिछले पांच साल के दौरान मौजूदा कांग्रेस सरकार ने बिजली पैदा करने का कोई प्लांट नहीं लगाया, जबकि इस दौरान मांग काफी बढ़ गई। यदि सरकार वक्त पर बिजली पैदा करने के इंतजाम करती तो आज पंजाबियों को गंभीर पावर संकट से नहीं गुजरना पड़ता। सुखबीर बादल शनिवार को लुधियाना में राउंड टेबल इंडिया की ओर से आयोजित संक्षिप्त बैठक में बोल रहे थे।
सुखबीर बादल ने कहा कि सूबे के चौतरफा विकास के लिए विजन, फैसले लेने की क्षमता एवं आईडियाज की जरूरत है। लेकिन मौजूदा सरकार इसमें अक्षम है। सुखबीर ने कहा कि पंजाब में बनाए गए थर्मल प्लांट निजी नहीं, बल्कि सरकार के हैं, हां इनमें निवेश अवश्य निजी कंपनियों का भी है। उन्होंने कहा कि सूबे में बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए अब और पैदावार बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए शिरोमणि अकाली दल ने बकायदा रोड मैप तैयार कर लिया है। सुखबीर ने कहा कि सूबे में विकास शिअद की ही देन है। मोहाली, न्यू चंडीगढ़ का विकास, सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में शिअद का ही विजन है।
सुखबीर ने कहा कि पंजाब उनका घर है, इसे बेहतरीन बनाना उनकी जिम्मेदारी है। इसके लिए वे हर पल तैयार रहते हैं। सुखबीर ने कहा कि लुधियाना में फिरोजपुर रोड समराला चौक एलिवेटेड रोड का प्रोजेक्ट आज भी लटका हुआ है, यदि शिअद की सरकार होती तो यह तीन साल पहले ही पूरा कर लिया जाता। मौजूदा सरकार का विकास पर फोकस ही नहीं है। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता महेश इंद्र सिंह गरेवाल, रंजीत सिंह ढिल्लों, कमल चेटली, हरचरण सिंह गोहलवड़िया के अलावा राउंड टेबल इंडिया के आयूष जैन समेत कई लोग मौजूद रहे।
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