आरक्षित ट्रेनें हो रही नो रूम, रोजाना लौट रहे हजारों यात्री

दूसरे प्रदेशों को जाने के लिए लोग परेशान है क्योंकि लंबी दूरी की तकरीबन आरक्षित ट्रेनें नोरूम हो जाने से यात्री सफर नहीं कर पा रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Jul 2020 01:25 AM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 01:25 AM (IST)
आरक्षित ट्रेनें हो रही नो रूम, रोजाना लौट रहे हजारों यात्री
आरक्षित ट्रेनें हो रही नो रूम, रोजाना लौट रहे हजारों यात्री

डीएल डॉन, लुधियाना : दूसरे राज्यों को जाने के लिए लोग परेशान है, क्योंकि तकरीबन आरक्षित ट्रेनें नोरूम हो जाने से यात्री सफर नहीं कर पा रहे हैं। उत्तर प्रदेश व बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल जाने वाली जनरल ट्रेन कर्मभूमि एक्सप्रेस की सीटें आरक्षित होने से नोरूम हो रही हैं। जानकारी के मुताबिक सभी ट्रेनों की बुकिग फूल होने से तत्काल में भी यात्रियों को टिकट मिलना मुश्किल हो रहा है। आरक्षित टिकट नहीं मिलने से रोज सैकड़ों यात्री बुकिग खिड़की से निराश हो लौट रहे हैं। आरक्षण केंद्र पर यात्रियों ने बताया कि यूपी बिहार जाने वाली किसी भी ट्रेन में सीट नहीं मिली और बुकिग कर्मी बता रहे है कि दो माह तक किसी ट्रेन में आरक्षित टिकट नहीं है। तत्काल टिकट के लिए भी रोजाना सैकड़ों यात्री आते है, लेकिन कुछ यात्रियों को ही तत्काल टिकट मिल रहा है।

जनरल ट्रेन की सीटें हुई आरक्षित

कोरोना वायरस से बचाव के लिए रेलवे ने यात्रियों के लिए जनरल ट्रेनों की सीटों को आरक्षित कर दिया है। फिलहाल, ऐसी कोई ट्रेन नहीं है, जिसमें यात्री को जनरल सुविधा मिले और जनरल टिकट पर सफर कर सके। अमृतसर से जलपाईगुड़ी पश्चिम बंगाल को चलने वाली कर्मभूमि एक्सप्रेस के अलावा वर्तमान समय में रेलवे ने कोई भी जनरल ट्रेन नहीं चलाई है और जो चलाई हैं उनमें किसी ट्रेन में जनरल बोगी को प्रमुखता नहीं है। जनरल बोगियों को भी आरक्षित कर दिया है, जिससे सभी ट्रेनों में यात्री को आरक्षित टिकट पर ही सफर करना होगा।

लंबी दूरी पर और ट्रेनें चलाने की मांग

पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश व झारखंड आदि प्रदेशों के लिए यात्रियों ने और ट्रेनें चलाने की मांग की है। यात्री सुभाष कुमार, उपेन्द्र सिंह, रंजन यादव, अशोक भगत आदि ने रेल मंत्री से मांग किया कि लंबी दूरी के लिए और ट्रेनें चलाई जाएं। उन्होंने कहा कि वे लोग बड़ी मुश्किल से तत्काल टिकट ले पा रहे हैं, जिसके बाद सफर कर रहे है। उन्हें मधुबनी बिहार जाना है और तत्काल टिकट के लिए एक सप्ताह के इंतजार पर टिकट मिल पाई।

व्यवस्था के मुताबिक ही टिकट : डायरेक्टर

ट्रेनों में तत्काल टिकट भी नहीं मिलने के बारे में लुधियाना रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर तरुण कुमार से उन्होंने कहा कि रेलवे की जो व्यवस्था है उसके मुताबिक ही टिकट उपलब्ध हो सकता है।

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