लुधियाना में युवक ने की आत्महत्या, स्वजनों ने पुलिस के खिलाफ आधी रात काे लगाया धरना; टाॅर्चर करने का आरोप
युवक के पिता रिशीपाल ने कहा कि कुछ दिन पहले हरगोबिंद नगर में हुई गैंगवार की जांच के दौरान थाना डिविजन नंबर तीन की पुलिस ने अरुण को भी हिरासत में लिया था। थाने में पुलिस ने उसे बुरी तरह टाॅर्चर किया गया।
लुधियाना, जेएनएन। मोती नगर की डाॅ. अंबेडकर काॅलोनी (घोड़ा कालोनी) के 22 वर्षीय युवक अरुण कुमार ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। सिविल अस्पताल में शुक्रवार को उसने दम तोड़ दिया। गुस्साए स्वजनों ने अस्पताल में शव रखकर पुलिस पर उसे थाने में टार्चर करने के आरोप लगाए। मांग की कि परिवार को मुआवजा दिया जाए और एसीपी सेंट्रल वरियाम सिंह का तबादला किया जाए।
गैंगवार के दौरान पुलिस ने अरुण को भी लिया था हिरासत में
युवक के पिता रिशीपाल ने कहा कि कुछ दिन पहले हरगोबिंद नगर में हुई गैंगवार की जांच के दौरान थाना डिविजन नंबर तीन की पुलिस ने अरुण को भी हिरासत में लिया था। थाने में पुलिस ने उसे बुरी तरह टाॅर्चर किया गया। वीरवार को जब वह घर आया तो उसने पुलिस की प्रताड़ना के बारे में बताया था। वीरवार शाम वह घर से चला गया। रात साढ़े दस बजे जब लौटा तो उसके मुंह से झाग निकल रहा था।
अस्पताल में प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए थाना डिवीजन नंबर दो और थाना बस्ती जोधेवाल के प्रभारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। इसमें फारेंसिक एक्सपर्ट डा. चरण कमल, डाॅ. शीतल शर्मा शामिल थे। इस दौरान वीडियोग्राफी भी की गई।
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किसी को नहीं किया टाॅर्चर
थाना डिवीजन नंबर तीन की प्रभारी मधु बाला का कहना है कि अरुण सहित तीन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पूछताछ से पहले ही स्वजनों ने थाने के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया था जिस कारण उसे छोड़ना पड़ा था। टाॅर्चर करने वाली तो कोई बात नहीं है।