घर-घर कूड़ा उठाने वालों की जोखिम में जान

शहर में घर-घर से कूड़ा इकट्ठा करने की जिम्मेदारी ज्यादातर असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के भरोसे है। कोरोना काल में होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों के घरों का कूड़ा भी यही कर्मचारी उठा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 07:44 AM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 07:44 AM (IST)
घर-घर कूड़ा उठाने वालों की जोखिम में जान
घर-घर कूड़ा उठाने वालों की जोखिम में जान

राजेश भट्ट, लुधियाना : शहर में घर-घर से कूड़ा इकट्ठा करने की जिम्मेदारी ज्यादातर असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के भरोसे है। कोरोना काल में होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों के घरों का कूड़ा भी यही कर्मचारी उठा रहे हैं। निगम ने इन कर्मचारियों को संक्रमितों के घरों से आने वाले कूड़े पर छिड़काव करने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइड तो दिया है, लेकिन इनके सामने समस्या ये है कि जिन घरों में संक्रमित मरीज है, वे न तो इसकी जानकारी दे रहे हैं और न ही संक्रमित का कूड़ा अलग करके दे रहे हैं। ऐसे में कूड़ा उठाने वाले कर्मी उनके कूड़े को भी सामान्य तरीके से लेकर रेहड़े में डाल रहे हैं, जो कि कूड़ा कलेक्टरों की जान के लिए खतरा हो सकता है।

कोविड के कारण ग्लव्स, मास्क जैसी चीजें कूड़े का हिस्सा बन गई हैं। कोरोना संक्रमितों के अलावा सभी लोग मास्क पहन रहे हैं। कुछ लोग कपड़े के मास्क पहन रहे हैं जो कि लंबे समय तक चल रहे हैं, जबकि कई सिंगल यूज सर्जिकल मास्क पहन रहे हैं। कूड़े में फेंके जाने वाले मास्कों को कूड़ा कलेक्टर पहली ही स्टेज पर अलग कर रहे हैं। उसके बाद भी अगर कोई मास्क या दस्ताना कूड़े में रह जाता है तो उसे सेकेंडरी डंप पर भी अलग किया जा रहा है। कूड़े में से अलग किए गए ग्लव्स व मास्क को ताजपुर कूड़ा डंप में गड्ढे में दबाया जा रहा है। निगम अधिकारियों की मानें तो रोजाना एक से डेढ़ क्विंटल ग्लव्स व मास्क निकल रहे हैं।

श्मशान में पीपीई किट व मास्क चिता के साथ हो रहे राख

कोविड मरीजों के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोग पीपीई किट व मास्क पहन रहे हैं। शव को चिता पर रखने के बाद जब आग लगाई जा रही है या फिर जब शव को भट्टी में डाला जा रहा है तो संस्कार में शामिल सभी लोगों की पीपीई किट व मास्क को एकत्रित करके शव के साथ जलाया जा रहा है ताकि पीपीई किट व मास्क वहीं बिखरे न रहें। निगम अफसरों की मानें तो कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के लिए जो गाइडलाइन तय की गई हैं उनमें यही कहा गया है।

::::::::::::::::

संक्रमित अपनी पहचान न छुपाएं। इससे कूड़ा प्रबंधन में जुटे कर्मचारी डरे हुए हैं। जिन घरों में संक्रमित हैं, वे कूड़ा अलग अलग करके दें ताकि कूड़े पर केमिकल का छिड़काव करके कोरोना वायरस को निष्क्रिय किया जा सके।

बलकार सिंह संधू, मेयर

chat bot
आपका साथी