दैनिक जागरण ने पहले ही किया था आगाह : पीडब्ल्यूडी अधिकारी खूनी गड्ढों का इलाज करते तो नहीं जाती ट्रक चालक की जान

जिले की खस्ताहाल सड़कों और उन पर पड़े गड्ढे लोगों की जान ले रहे हैं। मगर सरकार और लापरवाह अधिकारियों को इसकी कोई चिंता नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 02:08 AM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 02:08 AM (IST)
दैनिक जागरण ने पहले ही किया था आगाह : पीडब्ल्यूडी अधिकारी खूनी गड्ढों का इलाज करते तो नहीं जाती ट्रक चालक की जान
दैनिक जागरण ने पहले ही किया था आगाह : पीडब्ल्यूडी अधिकारी खूनी गड्ढों का इलाज करते तो नहीं जाती ट्रक चालक की जान

राजेश भट्ट, लुधियाना

जिले की खस्ताहाल सड़कों और उन पर पड़े गड्ढे लोगों की जान ले रहे हैं। मगर सरकार और लापरवाह अधिकारियों को इसकी कोई चिंता नहीं है। यही कारण है कि सोमवार को दक्षिणी बाईपास पर पड़े गढ्डे की वजह से ट्रक और टिप्पर की टक्कर में एक चालक की मौत हो गई व दूसरा गंभीर घायल हो गया।

दैनिक जागरण खस्ताहाल सड़कों और उन पर पड़े गड्ढों की वजह से मौत के मुंह में जा रहे और घायल हो रहे लोगों के दर्द को समझते हुए लगातार अफसरों को जगाने का अपना दायित्व निभाता आ रहा है। इसी के तहत हाल ही में 24 नंवबर से 30 नवंबर तक सुरक्षित यातायात सप्ताह के तहत हादसों, उनके कारणों, प्रशासन की कमियों को उजागर करते हुए खबरें प्रकाशित की गई। इसी दौरान शहर के उन ब्लैक स्पाट के बारे में भी बताया जहां पर गढ्डे पड़े हुए हैं और वह हादसों का प्वाइंट बना हुआ है। इसके अलावा जागरण पहले भी इन खूनी गड्ढों से पीडब्ल्यूडी के अफसरों को आगाह कर चुका है। अगर अफसरों ने इन गड्ढों का इलाज किया होता तो शायद सोमवार तड़के दक्षिणी बाईपास पर ट्रक चालक की मौत नहीं होती। दक्षिणी बाईपास पुल पर गड्ढों से बचने के चक्कर में ही होते हैं हादसे

दक्षिणी बाईपास पर खूनी गड्ढों की भरमार है। हर पुल पर गड्ढे ही गड्ढे हैं और वाहन चालक इन गड्ढों से बचने के लिए पुल पर वाहन इधर-उधर घुमाकर निकालने की कोशिश करते हैं। इसी कारण दुर्घटनाएं हो जाती हैं। नगर निगम जोन डी के पीछे वाले पुल पर फिरोजपुर रोड की तरफ से चढ़ते हुए गड्ढे ही गड्ढे हैं। इस तरफ से चढ़ने वाली साइड पर करीब 50 मीटर पर ही 15 गड्ढे हैं जिसकी वजह से यहां पर कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। पुल पर सेंटर वर्ज नहीं होना भी है बड़ा कारण

दक्षिणी बाईपास के पुलों पर ये गड्ढे इसलिए ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं क्योंकि इनके बीच में सेंटर वर्ज नहीं है। ऐसे में वाहन चालक गड्ढे दिखते ही साइड से निकलने की कोशिश करते हैं। फिरोजपुर रोड की तरफ आते हुए वाहन इस पुल पर बड़ी तेजी से आते हैं और फिरोजपुर रोड की तरफ से चढ़ने वाले इन गड्ढों से बचने के लिए अपना ट्रैक बदल लेते हैं। इस दौरान वाहन आपस में टकर जाते हैं। सोमवार को तड़के भी ऐसा ही हुआ। फिरोजपुर रोड की तरफ से पुल पर चढ़ने वाला ट्रक रेत से भरा हुआ था और लोड होने के कारण वह गड्ढे से बचने की कोशिश ट्रक निकालने लगा तो फिरोजपुर रोड की तरफ तेजी से आने वाला ट्रक उसके साथ टकरा गया। ब्लैक स्पाट में शामिल है यह प्वाइंट

रोड सेफ्टी कौंसिल की तरफ से शहर में ट्रैफिक के हिसाब से जो ब्लैक स्पाट तय किए गए हैं उनमें यह स्पाट भी शामिल है। इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी इस स्पाट को रिपेयर नहीं करवा रहे। पीडब्ल्यू के अफसरों को यहां पर और भी किसी बड़े हादसे का इंतजार है। कोट्स

मेरा ट्रांसफर हो गया है और जो एसई यहां हैं वह छुट्टी पर चल रहे हैं। पीडब्ल्यूडी ने इस सड़क के गड्ढों को भरने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। इसी सप्ताह के अंत तक दक्षिणी बाईपास पर पैचवर्क शुरू हो जाएगा।

-अमरदीप सिंह, एसई पीडब्ल्यूडी

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