Punjabi University पटियाला की बड़ी कार्रवाई, 11 कालेजों में पहले साल बीएड में एडमिशन पर रोक, जानें मामला

पंजाब के 11 बीएड कालेजाें पर शिकंजा कस गया है। नियमों का उल्लंघन करने वाले 11 कालेजों के खिलाफ पंजाबी यूनिवर्सिटी ने कार्रवाई की है। इसके चलते इन कालेजों में पहले साल बीएड में एडमिशन पर रोक लगा दी है।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 04:26 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 04:26 PM (IST)
Punjabi University पटियाला की बड़ी कार्रवाई, 11 कालेजों में पहले साल बीएड में एडमिशन पर रोक, जानें मामला
पंजाब के 11 बीएड कालेजाें पर शिकंजा कस गया है। (फाइल फाेटाे)

जागरण संवाददाता, पटियाला। नियमों का उल्लंघन करने वाले 11 कालेजों के खिलाफ पंजाबी यूनिवर्सिटी ने कार्रवाई की है। इसके चलते इन कालेजों में पहले साल बीएड में एडमिशन पर रोक लगा दी है। इन कालेजों में भगवती कालेज आफ एजुकेशन, जीएन कालेज आफ एजुकेशन, गुरु नानक कालेज आफ एजुकेशन फार गर्ल्स, गुरु तेग बहादर कालेज आफ एजुकेशन दलेवाला, मालवा कालेज आफ एजुकेशन कोटकपुरा, मालवा कालेज आफ एजुकेशन सरदूले वाला, साईं कालेज आफ एजुकेशन लहरागागा, शिवा कालेज आफ एजुकेशन, स्वामी दयानंद कालेज आफ एजुकेशन भुच्चो मंडी, यूनिवर्सल कालेज आफ एजुकेशन और विद्या सागर कालेज आफ एजुकेशन फतेहपुर शामिल हैं।

इस संबंधी डीन, कालेज विकास कौंसल डा. गुरप्रीत सिंह लहल ने बताया कि यह वह कालेज हैं, जिन्होंने किसी भी अप्रूव्ड प्रिंसिपल व फैकल्टी की नियुक्ति न करके एनसीटीई व यूनिवर्सिटी के फैकल्टी नियमों का उल्लंघन किया है। यह कालेज बिना किसी अप्रूव्ड अध्यापक या फिर प्रिंसीपल के चल रहे हैं। यूनिवर्सिटी द्वारा इन कालेजों पर सेशन 2021-22 दौरान बीएड की नई एडमिशन करने पर पाबंदी लगाई गई है। जानकारी अनुसार बीएड के पहले वर्ष की एडमिशन के लिए पहली काउंसलिंग आगामी 21 अक्टूबर को होनी है। एनसीटीई के निर्देशों अनुसार बीएड के लिए 100 स्टूडेंट्स वाले कालेज में अप्रूव्ड प्रिंसिपल सहित 16 फुलटाइम फैकल्टी मेंबरों की जरूरत होती है। इसके अलावा अप्रूव्ड प्रिंसीपल सहित कम से कम 10 फैकल्टी मेंबरोंं का चुनाव यूनिवर्सिटी द्वारा मंजूर किया होना चाहिए।

डा.लहल ने बताया कि पिछले लंबे समय से इन कालेजों ने यूनिवर्सिटी द्वारा भेजे गए याद पत्र व चेतावनी के बावजूद यूनिवर्सिटी द्वारा मंजूरशुदा फैकल्टी मेंबर व प्रिंसिपल की भर्ती नहीं की। बीते अगस्त में अंतिम चेतावनी के बाद इन कालेजों ने एक हल्फनामा देकर कहा गया कि 15 अक्टूबर तक एक मंजूरशुदा प्रिंसीपल व कम से कम जरूरी फैकल्टी नियुक्त करेंगे और अगर ऐसा न कर सके तो यूनिवर्सिटी द्वारा की कार्रवाई पर उन्हें कोई एतराज नहीं होगा। डा.लहल ने बताया कि अब पंजाबी यूनिवर्सिटी द्वारा इन बीएड कालेजों में पहले वर्ष किसी भी स्टूडेंट की एडमिशन करने पर पाबंदी लगा दी गई है। साथ ही कालेज प्रबंधकों को दो महीने के भीतर जरूरी फैकल्टी रखने के निर्देश जारी किए है।

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