पंजाब के मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापक गांधी जयंती पर घेरेंगे सीएम चन्नी का घर, स्थायी नौकरी की मांग

पंजाब भर में भर में 10 मेरिटोरियस स्कूल चलाए जा रहे हैं जिनमें एमफिल यूजीसी नेट पीएचडी पास करीब 260 अध्यापक पिछले 7 सालों से सेवाएं दे रहे हैं लेकिन उन्हें अभी तक रेगुलर नहीं किया गया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 02:48 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 02:48 PM (IST)
पंजाब के मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापक गांधी जयंती पर घेरेंगे सीएम चन्नी का घर, स्थायी नौकरी की मांग
पंजाब के मेरिटोरियस स्कूलों के शिक्षक स्थायी नौकरी की मांग कर रहे हैं। सांकेतिक चित्र।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापक 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के मौके पर मोर्चा खोलने जा रहे हैं। मेरिटोरियस स्कूलों की हुई मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि 2 अक्टूबर को मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापक परिवारों सहित काले चोले पहन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खरड़ स्थित रिहायिश की ओर मोर्चा खोलेंगे। इस दौरान सर्वसम्मति से सभी ने यह फैसला लिया कि जब तक मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापकों को साल 2018 के नोटिफिकेशन अनुसार शिक्षा विभाग में रेगुलर नहीं किया जाता, तब तक वह घर वापसी नहीं करेंगे।

बता दें कि राज्य भर में 10 मेरिटोरियस स्कूल चलाए जा रहे हैं, जिनमें एमफिल, यूजीसी नेट, पीएचडी पास करीब 260 अध्यापक पिछले 7 सालों से सेवाएं दे रहे हैं लेकिन उन्हें अभी तक रेगुलर नहीं किया गया है। मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापकों ने कहा कि साल 2018 में सरकार ने एसएसए रमसा अध्यापकों को शिक्षा विभाग में एक पालिसी बना रेगुलर कर दिया जबकि मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापकों को आप्शन क्लिक करने का आप्शन दिया गया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया था पर अभी तक उन्हें रेगुलर नहीं किया गया।

पंजाब प्रधान कुलविंदर बाठ ने कहा कि साल 2018 में जब एसएसए रमसा अध्यापकों को शिक्षा विभाग में रेगुलर किया गया था तब शिक्षा मंत्री ओपी सोनी थे। उनकी ओर से इस पालिसी के तहत 8886 अध्यापकों को तो रेगुलर कर दिया गया लेकिन मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापकों को ठेके पर नौकरी के लिए छोड़ दिया गया। इससे पहले मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापक कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो पा रही जिसके चलते अब संघर्ष की तीखा रास्ता अपनाने की बात कही है। मीटिंग में प्रभजोत कौर, अमरीश शर्मा, हरप्रीत सिंह, बिक्रमजीत सिंह आदि शामिल हुए।

यह भी पढ़ें - पंजाब में अब 'महाराजा' नहीं सेवक का राज, दिल खुश कर देता है नए CM चन्नी का अनोखा अंदाज

यह भी पढ़ें - Bharat Bandh Punjab: किसान आंदोलन से 22 ट्रेनें रद, 6 शार्ट टर्मिनेट; लुधियाना में बसों का चक्का जाम

chat bot
आपका साथी