कोरोना महामारी के कारण महाराज रणजीत सिंह वार म्यूजियम से गायब हुई रौनक, नाममात्र विजिटर्स ही पहुंच रहे

महाराजा रंजीत सिंह वार म्यूजियम (Maharaj Ranjit Singh War Memorial) में वर्ष 2020 के मार्च में कोरोना महामारी के शुरू होने से पहले तक रोजोना 150 से 175 के बीच विजिटर्स आते थे। पिछले साल 23 मार्च से 18 नवंबर तक म्यूजियम बंद रहा।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 10:50 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 10:50 AM (IST)
कोरोना महामारी के कारण महाराज रणजीत सिंह वार म्यूजियम से गायब हुई रौनक, नाममात्र विजिटर्स ही पहुंच रहे
लुधियाना के भट्टियां बेट में स्थित महाराजा रंजीत सिंह वार म्यूजियम।

लुधियाना [राधिका कपूर]। कोरोना महामारी का असर हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। मनोरंजन की बात करें या फिर पढ़ाई की। कामगार और व्यापार, हर क्षेत्र में इसके कारण उथल-पुथल मची हुई है। कुछ चीजें ऐसी होती है जो हमारे विरसे, सभ्यता और संस्कृति को दर्शाती है। इन्हीं में से एक हैं भट्टियां बेट में स्थित महाराजा रंजीत सिंह वार म्यूजियम (Maharaj Ranjit Singh War Memorial)।

कोरोना महामारी का साया हमारी विरासत को दर्शाते इस म्यूजियम पर भी पड़ रहा है। वर्ष 2020 के मार्च में कोरोना महामारी के शुरू होने से पहले तक यहां रोजोना 150 से 175 के बीच विजिटर्स आते थे। पिछले साल 23 मार्च से 18 नवंबर तक म्यूजियम बंद रहा।

छह महीने बाद जब म्यूजियम कोरोना की पूरी गाइडलाइंस के बाद खुला तो धीरे-धीरे रौनक लौटनी शुरू हो गई। उम्मीद जताई जा रही थी कि कोरोना से पहले जैसा माहौल था, अब दोबारा देखने को मिलेगा। इस दौरान यहां रोजाना आने वाले विजिटर्स की संख्या भी सौ तक पहुंच गई थी। एक बार फिर से कोरोना ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है और यहां फिर से रौनक गायब होती दिख रही है। पिछले एक सप्ताह में यहां रोजाना आने वाले विजिटर्स की संख्या 40 से 50 के बीच रह रही है।

वार म्यूजियम में यह चीजें हैं शामिल

महाराजा रंजीत सिंह वार म्यूजियम छह एकड़ जगह में फैला हुआ है। इसके मुख्य द्वार पर जहां महाराजा रंजीत सिंह की प्रतिमा है। वहीं, अंदर प्रथम विश्व युद्ध, द्वितीय विश्व युद्ध में प्रयुक्त हथियारों, आजादी से पहले और बाद में होने वाली लड़ाइयों में प्रयुक्त हथियार, पुराने टैंक, जहाज प्रदर्शित किए गए हैं। म्यूजियम में महान योद्धाओं की तस्वीरें, शहीद सैनिक और विशेष रूप से सेवाएं देने वाले सेनानियों की तस्वीरें भी प्रदर्शित की गई है। म्यूजियम सप्ताह के सातों दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।

रौनक हो रही गायब

म्यूजियम के इंचार्ज सूबेदार मेजर धर्मपाल ने कहा कि कोरोना के बढ़ रहे केसों के चलते अब दोबारा म्यूजियम से रौनक गायब होने लगी है। पिछले साल छह महीने म्यूजियम बंद रहने के बाद जब दोबारा खुला था तो उम्मीद थी कि पहले जैसी रौनक देखने को मिलेगी। कुछ समय ऐसा देखने को भी मिला। हाालंकि अब विजिटर्स फिर घट गए हैं। म्यूजियम में कोविड-19 की हर गाइडलाइंस को फालो किया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी