Corona Vaccine: पंजाब सेहत विभाग की सख्ती, तयशुदा लिमिट से ज्यादा कोरोना वैक्सीन बर्बाद करने पर जारी होगा शोकाज नोटिस

Corona Vaccine पंजाब सेहत विभाग के सचिव ने भी सभी सिविल सर्जनों को एक पत्र जारी कर आदेश दिए हैं कि तयशुदा दर से ज्यादा वैक्सीन की बर्बाद होने पर अस्पतालों की जिम्मेदारी तय की जाए और शोकाज नोटिस जारी कर जबाव मांगा जाए।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Sat, 20 Feb 2021 03:39 PM (IST) Updated:Sat, 20 Feb 2021 03:39 PM (IST)
Corona Vaccine: पंजाब सेहत विभाग की सख्ती, तयशुदा लिमिट से ज्यादा कोरोना वैक्सीन बर्बाद करने पर जारी होगा शोकाज नोटिस
केंद्रीय स्वास्य मंत्रालय के एतराज के बाद सेहत विभाग ने उठाया कदम। (फाइल फाेटाे)

बठिंडा, [नितिन सिंगला]। Corona Vaccine:16 जनवरी से शुरू किए गए कोरोना वैक्सीन टीकाकरण अभियान के तहत हो रही वैक्सीन की बर्बादी रोकने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कड़ा संज्ञान लिया है। पंजाब के सेहत विभाग को बर्बादी रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के आदेश दिए हैं और कहा है कि दस लोगों को एकत्र करने के बाद ही वैक्सीन की वायल खोली जाएं।

पंजाब सेहत विभाग के सचिव ने भी सभी सिविल सर्जनों को एक पत्र जारी कर आदेश दिए हैं कि  तयशुदा दर से ज्यादा वैक्सीन की बर्बाद होने पर अस्पतालों की जिम्मेदारी तय की जाए और शोकाज नोटिस जारी कर जबाव मांगा जाए।  अगर निजी अस्पताल में वैक्सीन की बर्बादी तयशुदा लिमिट से अधिक होती है, तो उसकी रिकवरी अस्पताल से की जाए। सिविल सर्जन अपने जिले में निजी अस्पतालों की परफार्मेस का रिव्यू कर उसकी रिपोर्ट समय-समय पर विभाग को भेजें।

पंजाब में 13 से 16 फीसद कोरोना वैैक्सीन बर्बाद हो रही

बताते चलें कि पंजाब के विभिन्न जिलों हर रोज 13 से 16 फीसद कोरोना वैैक्सीन बर्बाद हो रही है। इसका मुख्य कारण ज्यादातर हेल्थ व फ्रंट लाइन वर्करों का वैक्सीनेशन के लिए आगे न आना है।  एक बार वायल खुलने के बाद पूरे दस लोगों को टीका नहीं लगाया जा रहा, जिसके चलते हर रोज कोरोना वैक्सीन की बर्बादी हो रही है। गत दिनों कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से भी रिव्यू किया गया था, जिसमें पंजाब में हर रोज 100 में से 16 डोज बर्बाद होने की बात सामने आई थी। इस पर उन्होंने एतराज जताते हुए राज्य सरकार को पत्र भेजकर वैक्सीन की बर्बादी रोकने के आदेश दिए थे। बठिंडा जिला टीकाकरण अफसर डा. मीनाक्षी सिंगला का कहना है कि जिले में 7.3 फीसद वैक्सीन बर्बाद हो रही है, जबकि विभाग के मुताबिक वैक्सीन की वेस्टेज की तयशुदा लिमिट 10 फीसद है। इसलिए बठिंडा जिले में वैक्सीन की बर्बादी नहीं हो रही है।

--

10 लोग एकत्रित होने की बाद ही खोली जाए वायल

केंद्र सरकार की तरफ से कोविशील्ड व कोवैक्सीन दोनों की वैक्सीन की खेप पंजाब में भेजी गई है। कोविशील्ड की एक वायल में 10 डोज, जबकि कोवैक्सीन की वायल में 20 डोज हैं। वायल को खोलने के बाद चार घंटे के भीतर इसका इस्तेमाल करना होता है। उसके बाद यह बर्बाद हो जाती है। वैक्सीन की बर्बादी रोकने के लिए राज्य सरकार ने आदेश दिए थे कि वैक्सीनेशन के लिए 10 लोग एकत्रित होने की बाद ही वायल खोली जाए।

--

पंजाब ने केंद्र से मांगी गाइडलाइन

कोविशील्ड व कोवैक्सीन की एक्सपायरी 29 अप्रैल 5 मई तक तय की गई है, जबकि कोवैक्सीन की एक्सपायरी 31 मई और 30 जून है। सरकार चाहती है कि यदि उनके स्टाक में वैक्सीन पड़ी रहती है, तो एक्सपायरी से पहले दूसरे राज्यों में शिफ्ट कर दिया जाए ताकि वैक्सीन की बर्बादी न हो सके, इसलिए सरकार ने केंद्र से गाइडलाइन मांगी है कि वैक्सीन की एक्सापायरी से कितनी देर पहले वह केंद्र को सूचित करे।

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी