आधी अधूरी वन टाइम सेटेलमेंट पालिसी लागू कर कैप्टन सरकार ने व्यापारियों को दिया झुनझुना : सुनील मेहरा
कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा लागू वन टाइम सेटलमेंट पालिसी में जिन व्यापारियों का टैक्स एक लाख तक बनता है उनको बिना ब्याज के 10 परसेंट जमा करवाने के लिए कहा है। परंतु जिनका टैक्स एक लाख से ज्यादा है। उनके लिए सिर्फ जुर्माने व ब्याज में छूट है।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल की ओर से कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा वन टाइम सेटेलमेंट पालिसी को लेकर की गई घोषणा को लेकर एक प्रेस कांफ्रेंस माता रानी चौक में राज्य महासचिव सुनील मेहरा, राज्य सचिव महिंद्र अग्रवाल, जिला अध्यक्ष अरविंदर सिंह मक्कड़, चेयरमैन पवन लहर, महासचिव प्रवीण गोयल की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
सुनील मेहरा ने कहा कि पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के 3 महीने के संघर्ष के बाद कैप्टन सरकार ने वन टाइम सेटेलमेंट पालिसी लागू की। 2019 में पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल से अपने किए वादे को पूरा किया, परंतु जो वन टाइम सेटलमेंट पालिसी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लागू की है, उसमें केवल एक लाख तक जिन व्यापारियों का टैक्स बनता है। उनको बिना ब्याज के 10 परसेंट जमा करवाने के लिए कहा है। परंतु जिनका टैक्स एक लाख से ज्यादा बनता है। उनके लिए सिर्फ जुर्माने व ब्याज में छूट है। बाकी पूरा टैक्स जमा करवाना पड़ेगा। सुनील मेहरा ने कहा कि व्यापारियों को यह पालिसी मंजूर नहीं है। क्योंकि अकाली भाजपा सरकार में सरदार प्रकाश सिंह बादल और सरदार सुखबीर बादल ने सभी व्यापारियों के लिए एक समान पालिसी लागू की थी। इस वन टाइम सेटेलमेंट पालिसी को व्यापारी कतई मंजूर नहीं करेंगे।
उन्होंने मांग उठाई कि जो पालिसी 2013 से 2017 तक लागू हुई थी, वही कैप्टन सरकार अनाउंस करे, ताकि सभी व्यापारियों को राहत मिल सके। राज्य सचिव महेंद्र अग्रवाल ने कहा कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों से मीटिंग कर उन्हें पांच रुपए प्रति यूनिट बिजली देने का वादा किया था। परंतु पांच रुपए बिजली देना तो दूर लगातार बिजली के रेट में बढ़ोतरी हो रही है। अब बिजली के रेट में फिर 8 प्रतिशत बढ़ोतरी की जा रही है। जिसे देखकर पंजाब सरकार के प्रति व्यापारी वर्ग का रोष बढ़ता जा रहा है।
व्यापारियों से मिलने से कतराते हैं कैप्टनः पवन लहर
जिला अध्यक्ष अरविंदर सिंह मक्कड़ ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की व्यापार विरोधी नीतियों के कारण पंजाब से लगभग 40000 उद्योग दूसरे राज्यों की ओर पलायन कर गए है। किसान आंदोलन के कारण आवाजाही बंद होने के कारण बाहर से रा मेटेरियल ना आंने के कारण कच्चे माल के रेट आसमान छू रहे हैं। वहीं लेबर की कमी के कारण भी उद्योग तबाही के कगार पर खड़े हैं। चेयरमैन पवन लहर ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जब भी लुधियाना आने का प्रोग्राम बनाते हैं, तो किसी कारण वो स्थगित हो जाता है। इससे तो ऐसे लगता है कि कैप्टन आपने वायदे पूरे न करने के कारण व्यापारियों से मिलने से कतराते हैं। अगर कैप्टन अमरिंदर सिंह सचमुच व्यापारियों के हितेषी हैं तो वे व्यापारियों की समस्या का हल निकालें। प्रकाश सिंह बादल व सुखबीर बादल अकसर संगत दर्शन के जरिए व्यापारियों को आ रही मुश्किलों को सुनकर उनका समाधान करते थे।
जिला महासचिव अश्वनी महाजन व सुंदर नगर बाजवा नगर होजरी एसोसिएशन के मंडल महासचिव पवन मल्होत्रा ने कहा कि कैप्टन सरकार की व्यापार विरोधी नीतियों के विरुद्ध पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के बैनर तले सभी व्यापारी इकठ्ठा होकर संघर्ष करने को तैयार हैं। अगर कैप्टन सरकार ने व्यापारियों के हित के लिए राहत देते हुए कोई कदम नहीं उठाया तो व्यापारी सड़को पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे। जिसका खामियाजा सरकार को आने वाले चुनावों में भुगतना पड़ेगा।