Punjab Covid News Upadate: लुधियाना से बड़ी खबर, केवल 4 नए पॉजिटिव मिले, जालंधर में 13 केस
लुधियाना में वीरवार को चौबीस घंटे में कोरोना के केवल 4 नए मामले मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। जिले में तीन दिन पहले भी 4 मामले रिपोर्ट किए गए थे। उधर जालंधर में कुल 16 केस रिपोर्ट किए गए। तीन अन्य जिलों के हैं।
जेएनएन, लुधियाना/जालंधर। कभी कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे लुधियाना से बड़ी खुशखबर आई है। जिले में वीरवार को कोरोना के केवल 4 नए मामले ही सामने आए हैं। किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। लुधियाना में वीरवार को चौबीस घंटे में कोरोना के केवल 4 नए मामले मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। जिले में तीन दिन पहले भी 4 मामले रिपोर्ट किए गए थे। वहीं, लगातार पांचवे दिन कोरोना से कोई मौत नही हुई। लुधियाना में एक्टिव केस अब घटकर 84 रह गए हैं। इनमें निजी अस्पतालों में अब केवल 9 केस और होम आईसोलेशन में 71 केस हैं। जबकि वेंटिलेटर पर 2 मरीज हैं।
उधर, जालंधर में वीरवार को कोरोना वायरस संक्रमित 13 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग को 16 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी। इनमें 3 मरीज अन्य जिलों से हैं। कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है।
16 माह बाद सिविल के कोविड आइसोलेशन सेंटर में एक भी संक्रमित नहीं
जासं, लुधियाना। कोरोना की रफ्तार जिले में बहुत धीमी हो गई है। रोज मिलने वाले मरीजों की संख्या अब सिंगल डिजिट में रह गई है। बुधवार को भी जिले में कोरोना के मात्र पांच नए पाजिटिव केस मिले हैं। सबसे बड़ी राहत की बात यह रही कि सिविल अस्पताल का कोविड आइसोलेशन सेंटर 16 माह बाद पूरी तरह खली हो गया है। सेंटर में अब एक भी संक्रमित भर्ती नहीं है। सभी बेड खाली हैं।
कोविड केयर सेंटर की इंचार्ज डा. हितिंदर कौर का कहना है कि 150 बेड वाले कोविड केयर सेंटर में अब एक भी मरीज भर्ती नहीं है। कोरोना नेगेटिव हो चुके दो पोस्ट कोविड मरीज फिलहाल आइसीयू में भर्ती हैं। पिछले साल मार्च में पहली लहर के आने से लेकर इस साल दूसरी लहर तक एक भी दिन ऐसा नहीं रहा जब सिविल अस्तपाल के कोविड आइसोलेशन सेंटर में कोई संक्रमित भर्ती नहीं रहा हो। यह पहला मौका है जब सेंटर पूरी तरह खाली हो गया है। स्टाफ ने सेंटर में भर्ती मरीजों की पूरे समर्पण के साथ सेवा और इलाज किया है। सिविल अस्पताल में अब तक करीब तीन हजार कोरोना पाजिटिव मरीज भर्ती किए गए। इनमें से 40 से 50 प्रतिश्त मरीज गंभीर थे। अब तीसरी लहर से निपटने की तैयारी भी शुरू कर दी है।