किसानों पर बयान देकर निशाने पर आए नवजोत सिद्धू, Farmer Leaders बोले- किस हैसियत से हमें बुला रहे

पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्‍त अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अपने बयान के कारण निशाने पर आ गए हैं। कार्यभार ग्रहण के मौके पर सिद्धू के किसानों के बारे में दिए बयान से किसान नेता भड़क गए हैं। उन्‍हाेंने पूछा कि सिद्धू किस हैसियत से हमें बुला रहे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 08:40 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 08:40 AM (IST)
किसानों पर बयान देकर निशाने पर आए नवजोत सिद्धू, Farmer Leaders बोले- किस हैसियत से हमें बुला रहे
अपनी ताजपोशी के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते नवजोत सिंह सिद्धू। (फाइल फोटो)

बठिंडा, जागरण संवाददाता। Navjot Singh Sidhu: पंजाब में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बनते ही नवजोत सिंह सिद्धू फिर अपनी बयानबाजी के कारण विवाद में फंस गए हैं। सिद्धू ने चंडीगढ़ में हुए ताजपोशी समारोह में किसानों के बारे में दिए गए बयान के कारण वह निशाने पर आ गए हैं। किसान नेताओं ने पूछा है कि आखिर सिद्धू किस हैसियत से किसानों को बुलाया है। इसके साथ ही किसान नेताओं ने सिद्धू को अहंकारी बताते हुए कहा है कि वह हमारे पैदा किए अनाज को हाथ न लगाएं।

बता देे कि सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष का कार्यभार संभालने के मौके पर आयोजित समारोह में कहा था, 'मैं किसान मोर्चा के लोगों को कहना चाहता हूं कि प्यासा कुएं के पास आता है, कुआं प्यासे के पास नहीं आता। मैं आपको बुलावा देना चाहता हूं कि मुझे मिलो। मैं जानता हूं कि तीन काले कानून आप लागू नहीं होने दोगे। सरकार भी गिरा दोगे, लेकिन इसका हल क्या है, आओ इस पर बात करें। हमारी सरकार की ताकत किस तरह काम आ सकती है।'

इस पर किसान संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने सिद्धू को अहंकारी बताया। बठिंडा किसान यूनियन के जिला प्रधान शिंगारा सिंह मान ने कहा कि किसानों के प्रति सिद्धू की भाषा ही ठीक नहीं है। जिन किसानों को वह प्यासा बता रहे हैं, उन्हीं किसानों का पैदा किया अनाज वह खाते हैं। अगर यही बात है, तो सिद्धू को चाहिए कि वह किसानों के अनाज को हाथ भी न लगाएं। सिद्धू किसानों के लिए कुछ नहीं कर सकते।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला ने कहा कि सिद्धू का अहंकार सिर पर चढ़ कर बोल रहा था। वह शहादत देने वाले किसानों को प्यासा बता रहे हैं। कारपोरेट घरानों के आगे सीना तानकर खड़े किसानों को प्यासा कह रहे हैं। सिद्धू किसी संवैधानिक पद पर नहीं हैं। सिर्फ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष बने हैं और पार्टी अध्यक्ष कुछ नहीं कर सकता। वहीं, पंजाब किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रधान स्वर्ण सिंह पंधेर ने कहा कि सिद्धू को प्रधानगी का नशा हो गया है। वह बताएं कि किसानों को किस हैसियत से बुला रहे हैं।

किसान समझदार हैं, ऐसी बातों में नहीं आते: झुंबा

किसान नेता जगसीर सिंह झुंबा ने कहा कि सिद्धू को पंजाब का प्रधान बनाने का मकसद ही पंजाब के लोगों का ध्यान भटकाना है, ताकि पंजाब के मुद्दों को लोग भूल जाएं। यह सारा एक सियासी ड्रामा है, जिसके बाद भी किसानों को कुछ नहीं मिलेगा, लेकिन पंजाब के लोग अब समझदार हो गए हैं, जो अपने अधिकारों के लिए किसी की बातों में आने के बजाय संघर्ष करेंगे। वे ऐसी बाताें में नहीं आएंगे।

सिद्धू ने मंत्री बनकर भी कुछ नहीं किया: जसवीर सिंह

किसान नेता जसवीर सिंह ने कहा कि पंजाब प्रधान बनते ही नवजोत सिंह सिद्धू में अहंकार आ गया है। किसानों को प्यासा कहना ठीक नहीं है। सिद्धू मंत्री भी रहे, लेकिन फिर भी किसानों के लिए कुछ नहीं किया। वहीं अब प्रधान बनने के बाद भी सिद्धू ने कुछ नहीं करना। वह सिर्फ लोगों के साथ खेल रहे हैं।

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