भंगड़ा-गिद्दा के पंजाबी सभ्याचारक कैंप संपन्न

ढोल की थाप पर भंगड़ा व गिद्दा करते पंजाबियों के खुशी भरे चेहरों के साथ पंजाब कल्चरल सोसायटी का 15 दिवसीय समर कैंप संपन्न हो गया। कैंप की खासियत यह थी कि इसमें तीन साल से लेकर 70 साल उम्र के लोगों ने पंजाबी सभ्याचारक ज्ञान हासिल किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 09:59 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 09:59 PM (IST)
भंगड़ा-गिद्दा के पंजाबी सभ्याचारक कैंप संपन्न
भंगड़ा-गिद्दा के पंजाबी सभ्याचारक कैंप संपन्न

जागरण संवाददाता, लुधियाना : ढोल की थाप पर भंगड़ा व गिद्दा करते पंजाबियों के खुशी भरे चेहरों के साथ पंजाब कल्चरल सोसायटी का 15 दिवसीय समर कैंप संपन्न हो गया। कैंप की खासियत यह थी कि इसमें तीन साल से लेकर 70 साल उम्र के लोगों ने पंजाबी सभ्याचारक ज्ञान हासिल किया। कैंप का मुख्य आकर्षण तीन साल की बच्ची गुरइबादत कौर रही, जिसने भंगड़ा, बोलियां, घोड़ियां, सुहाग पेश कर लोगों को दंग कर दिया। इसके अलावा प्रशनजीत सिंह ने भंगड़े में अपना जलवा बिखेरा।

सोसाटी के संस्थापक और प्रधान रविदर सिंह रंगूवाल ने बताया कि यह 16वं कैंप है, जो पंजाब के अलावा कनाडा, अमेरिका और यूरोपीय देशों में लगाया गया। हमारा मुख्य उद्देश्य हर उम्र के हर वर्ग के लोगों को पंजाबी सभ्याचार से जोड़ना है। कैंप में पंजाब के लोक नाच भंगड़ा, झूमर, मलवई गिद्दा, गिद्दा लुड्डी, सम्मी, लोक गीत, घोड़ियां, सुहाग, मिठणियां, विवाह के शगुन वाले गीत, लोक साज तुंबी, अलगोजा, ढोल आदि का प्रशिक्षण दिया गया। कैंप में इंटरनेशनल ढोली राकेश योगी उर्फ बिट्टू उस्ताद ने अलग ही रंग जमाया।

सोसायटी की सचिव रविदर कौर मधोक, सलाहकार कंवलजीत सिंह औप गुरदीप सिंह देवगन का कैंप के आयोजन में अहम योगदान रहा। समापन समारोह में ट्रेनिग पाने वाले युवाओं ने खूब रंग जमाया। विक्रमजीत सिंह, अमनदीप सिंह देवगन, राजविदर सिंह लाल और रछपाल सिंह ने प्रशिक्षुओं को सर्टिफिकेट प्रदान किए।

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