लुधियाना में पब्लिक एक्शन कमेटी ने SAD प्रधान सुखबीर बादल को साैंपा Green Manifesto, घाेषणापत्र में शामिल करने की मांग
विधानसभा चुनाव में पर्यावरण अहम मुद्दा हाेगा। रविवार को पीएसी के सदस्य व उद्योगपति गगनीश ने ग्रीन मेनिफेस्टो अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल को सौंपा। सुखबीर बादल ने उन्हें भरोसा दिलाया कि इसे वह अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करेंगे।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। मत्तेवाड़ा जंगल, सतलुज व बुड्ढा दरिया को बचाने के लिए बनी आम लोगों की पब्लिक एक्शन कमेटी ने अब राजनीतिक दलों को घेरना शुरू कर दिया। पब्लिक एक्शन कमेटी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए ग्रीन मेनिफेस्टो तैयार किया है। जिसमें 38 अलग अलग बिंदू रखे हैं जिससे पर्यावरण को बचाया जा सके। कमेटी अब इस ग्रीन मेनिफेस्टो को अलग अलग राजनीतिक दलों को दे रही है ताकि वह अपने चुनाव घोषणा पत्र में इसे शामिल करें।
कमेटी के सदस्यों ने साफ कर दिया कि जो राजनीतिक दल इसे अपने घोषणा पत्र में शामिल करेंगी और उनकी सरकार बनती है तो उसके बाद उसे लागू भी करें सिर्फ इसे एक कागज का टु़कड़ा समझकर किनारे न करें। रविवार को पीएसी के सदस्य व उद्योगपति गगनीश ने ग्रीन मेनिफेस्टो अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल को सौंपा। सुखबीर बादल ने उन्हें भरोसा दिलाया कि इसे वह अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करेंगे। पीएसी ने साफ कर दिया कि अब राजनीतिक दलों को पर्यावरण अपने चुनाव घोषणा पत्र में शामिल करना होगा।
ग्रीन मेनिफेस्टो में पूरे पंजाब के वातावरण को लेकर 38 प्वाइंट रखे गए हैं। जिसमें सबसे अहम मुद्दा मत्तेवाड़ा के जंगल, सतलुज व बुड्ढा दरिया को बचाने से संबंधित हैं। पीएसी के गगनीश ने अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल को कहा कि सूबे के विकास के लिए इंडस्ट्री का विकास बेहद जरूरी है लेकिन पर्यावरण की सुरक्षा उससे भी जरूरी है। अगर पर्यावरण की सुरक्षा नहीं होती है तो लोग सांस नहीं ले पाएंगे और जहरीला पानी पीकर अपनी जान गंवा देंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार को इंडस्ट्री फर्स्ट इंवायरमेंट मस्ट पर आधारित पालिसी बनानी होगी। गगनीश ने कहा कि बुड्ढा दरिया को नगर निगम, इंडस्ट्री व अन्य कई लोग प्रदूषित कर रहे हैं। नए औद्योगिक क्षेत्रों के विकास से निकलने वाला गंदा पानी इसी दरिया में आएगा। जो कि आगे जाकर सतलुज में गिरेगा और उसके बाद सतलुज प्रवाह क्षेत्र में आने वाले लोगों की जिंदगी समाप्त कर देगा। उन्होंने कहा कि लुधियाना में एक फीसद हिस्सा जंगल है। उसमें भी अब सरकार मत्तेवाड़ा इंडस्ट्रियल पार्क बनाने जा रही है। इस पार्क से जहां जंगल को नुकसान होगा वहीं सतलुज में भी इंडस्ट्री का पानी सीधा गिरा दिया जाएगा। इसीलिए पीएसी इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रही है।